महाकाल मंदिर में बिकी 87 क्विंटल लड्डू प्रसादी: नागचंद्रेश्वर में 24 घंटे में 8.66 लाख भक्तों ने किए दर्शन, मंदिर को हुई 41 लाख की आय
उज्जैन |
श्रावण माह के पहले सोमवार और नागपंचमी पर्व पर उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ उमड़ी। लाखों भक्तों ने भगवान महाकाल और विशेष अवसर पर खुले नागचंद्रेश्वर मंदिर के दर्शन किए। इस दौरान महाकाल लड्डू प्रसाद की भी ज़बरदस्त बिक्री हुई।
नागपंचमी पर श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक भीड़
मंदिर समिति के अनुसार, नागपंचमी के अवसर पर मंगलवार रात से 24 घंटे के लिए खुले नागचंद्रेश्वर मंदिर में कुल 8 लाख 66 हजार 390 भक्तों ने दर्शन किए। वहीं, 87 क्विंटल लड्डू प्रसादी की बिक्री दर्ज की गई जिससे करीब 41 लाख रुपए की आय मंदिर समिति को हुई।
श्रावण के पहले सोमवार को भी उमड़ा आस्था का सैलाब
श्रावण के पहले सोमवार को भी लगभग 2.5 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किए थे। इस दिन 54.48 क्विंटल लड्डू प्रसाद की बिक्री हुई थी। दोनों ही अवसरों पर लड्डू प्रसाद लेने वालों की लंबी कतारें देखी गईं।
क्या खास है महाकाल के लड्डू प्रसाद में?
महाकाल मंदिर का लड्डू प्रसाद न केवल स्वाद बल्कि स्वच्छता के मामले में भी देशभर में खास पहचान रखता है। यह मंदिर देश का पहला ऐसा धार्मिक स्थल है जिसे फाइव स्टार हाइजीन रेटिंग प्राप्त है। मंदिर समिति द्वारा प्रतिदिन लगभग 50 क्विंटल लड्डू तैयार करवाए जाते हैं। लड्डू निर्माण और पैकेजिंग के लिए 50 से अधिक कर्मचारी प्रतिदिन 10 घंटे मेहनत करते हैं और उच्चतम स्वच्छता मानकों का पालन किया जाता है।
नागचंद्रेश्वर मंदिर दर्शन की विशेष व्यवस्था
नागपंचमी पर विशेष रूप से दर्शन के लिए खुलने वाले महाकाल मंदिर की तीसरी मंजिल पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट मंगलवार रात 12 बजे खोले गए थे। इस अवसर पर मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं कीं, ताकि भीड़ के बावजूद हर भक्त को दर्शन और प्रसाद मिल सके।
