उज्जैन। 14 माह पहले अवंतिपुरा में रहने वाले यशवंत उर्फ गोलू पिता गंगाराम सूर्यवंशी की उपचार के दौरान लगाये गये इंजेक्शन के बाद हालत बिगड़ गई थी। परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती किया था, जहां उसकी मौत हो गई थी। मामले में महाकाल थाना पुलिस ने मर्ग कायम किया था, जांच के बाद इंजेक्शन लगाने वाले डॉक्टर मोहनलाल वर्मा 76 साल के खिलाफ धारा 304-ए का मामला दर्ज किया गया है। एएसआई अशोक गुप्ता ने बताया कि डॉ. वर्मा कहारवाड़ी में ज्योति क्लीनिक संचालित करते थे। तबीयत बिगड़ने पर यशवंत 4 अप्रैल 2024 ्रको उपचार के लिये पहुंचा था। जहां इंजेक्शन लगाने के बाद यशंवत के कूल्हे पर फोड़ा हो गया था, जिससे इंफेक्शन फैला था, परिजनों ने चेरिटेबल और तेजनकर अस्पताल में उपचार भी कराया, यशवंत का आॅपेरशन तक करना पड़ा था। लेकिन उसकी मौत हो गई थी। जांच में सामने आया कि डॉ. मोहनलाल वर्मा के पास आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार करने की पात्रता थी, वहीं क्लीनिक खोलने की अनुमति भी नहीं थी, उसके बाद भी एलोपैथिक पद्धति से उपचार कर रहा था। मामला दर्ज होने पर डॉक्टर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जायेगा।
