उज्जैन। महाकाल मंदिर प्रांगण में स्थित श्री बाल विजय मस्त हनुमान मंदिर पर गुरुवार को हनुमान अष्टमी पर्व के उपलक्ष्य में 8 किलो चांदी से बना नया द्वार विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर स्थापित किया गया। बाबा बाल हनुमान का पवन पुत्र आकाश में उड़ते हुए स्वरूप में मनोहारी श्रृंगार किया गया। विशेष पौषाख के साथ आभूषण भी लगाए गए।
श्री राम कथा व्यास पंडित श्री सुलभ शांतु गुरु महाराज ने बताया कि करीब 15 लाख की क़ीमत से बने इस चाँदी द्वार के दोनों ओर हनुमानजी के दो बड़े सुंदर स्वरूप आशीर्वाद देते अंकित हैं। गज के साथ ऊं और स्वास्तिक के चिन्ह भी है। भोपाल के एक भक्त ने हनुमान जी की सेवा में इसे अर्पित किया है।
‘‘बाल समय रवि भक्षी लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों..’’ हनुमान अष्टमी पर्व पर सूरज को मुख में लेने जाते बाल हनुमान के दर्शन भक्त करेंगे। बाबा बाल हनुमान जी के वस्त्र कलकत्ता से तैयार होकर आये हैं। लाल और केसरिया रंग में भक्तों का मन मोह रहे हैं बाल हनुमान। अष्टमी पर शुक्रवार को नौ दिवसीय अखण्ड रामायण पाठ की पूर्णाहुति की जाएगी। प्रातः 9 बजे मंगला आरती में 11 हजार बेसन के लड्डुओं का महा भोग लगेगा। संध्या 7 बजे मुख्य आरती होगी जिसमें शहर के गणमान्य जन सम्मिलित होंगे। आरती के पश्चात महाप्रसादी रखी गई है। अष्टमी के पर्व पर मंदिर प्रांगण को आकर्षक विद्युत लाइटिंग एवं विभिन्न पुष्पों से सजाया गया है। इस अवसर पर भक्त मंडल के बंटी भदौरिया, अंजनेश शर्मा, रामावतार शर्मा, डॉ. राहुल कटारिया, मनीष कटारिया, सौरभ शर्मा, अतुलित शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे।
बाल हनुमान में स्थापित हुआ 8 किलो चांदी का नया द्वार, महाप्रसादी आज आज अष्टमी पर 11 हजार लड्डुओं का महाभोग, महाकालेश्वर प्रांगण में जुटेंगे हजारों भक्त
