ब्रह्मास्त्र इंदौर
शासकीय होलकर साइंस कॉलेज में तीन हफ्ते के भीतर ही प्राचार्य के लेटरहेड के दुरुपयोग का दूसरा मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार बीएससी (फोरेंसिक साइंस) के एक छात्र ने प्राचार्य के फर्जी लेटरहेड का उपयोग कर गूगल फॉर्म बनाकर छात्रों के ही सोशल मीडिया ग्रुप पर भेज दिया। इसमें छात्र ने अन्य छात्रों से पर्सनल जानकारी भरने का कहा। साथ ही यह भी लिखा कि प्राचार्य के निर्देश पर यह फॉर्म भरना है। जैसे ही इसकी जानकारी अन्य छात्रों के जरिये प्राचार्य डॉ. अनामिका जैन को लगी, उन्होंने तत्काल छात्र को तलब किया। उससे पूछा गया कि उसने यह फर्जी फॉर्म बनाकर ग्रुप पर क्यों भेजा? इस पर उसने काई ठेस जवाब नहीं दिया। सिर्फ यह कहा कि कुछ छात्रों को ग्रुप से बाहर करना था। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत अनुशासन समिति के पास भेज दिया है। मंगलवार को अनुशासन समिति बैठक कर इस मामले में काई निर्णय लेगी। छात्र को भी जवाब के लिए तलब किया जाएगा।
पहली बार कॉलेज प्रोफेसरों की एक टीम भी बनेगी। इसमें चुनिंदा छात्र भी जुड़ेंगे। यह टीम सभी क्लासेस में जाएगी और छात्रों को समझाइश देगी। वह छात्रों को समझाएंगे कि वे पढ़ाई पर ध्यान दें। स्पोर्ट्स एक्टिविटी, लाइब्रेरी में बुक रीडिंग और लैब में समय दें। सोशल मीडिया पर प्राचार्य या किसी भी एचओडी के नाम से अगर फर्जी लेटरहेड बनाते हैं और दुरुपयोग करते हैं तो सख्त कार्रवाई होगी। इससे पहले अक्टूबर में ही दो छात्र टेस्ट रुकवाने के लिए प्राचार्य के निधन की झूठी खबर सोशल मीडिया पर वायरल कर चुके हैं। इस मुद्दे पर भी जमकर बवाल मचा था। वायरल करने वाले दोनों छात्रों को निलंबित कर दिया गया था। अनुशासन समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया था। बीसीए के इन दो छात्रों ने रात करीब सवा दस बजे एक फर्जी मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।
