न्यायालय के आदेश पर सहकारिता में 5 चरण के चुनाव होंगे सहकारिता चुनाव की ठंडी शुरूआत -172 सोसायटी से लेकर जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष तक रहेगी प्रक्रिया

उज्जैन। 12 साल बाद एक बार फिर से प्राथमिक पाठशाला से ग्रामीण नेतृत्व को सामने लाने की कवायद शुरू हो गई है। सहकारिता क्षेत्र में निर्वाचन को लेकर न्यायालय के आदेश के तहत विभाग ने 5 चक्रीय चुनाव की प्रक्रिया पर काम करना शुरू कर दिया है। उज्जैन जिले में 172 प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं में इसके तहत निर्वाचन की प्रक्रिया की जाएगी। इसकी शुरूआत हो चुकी है।

इससे पूर्व 2013 में सहकारिता के निर्वाचन हुए थे। बिना सहकार, नही उद्धार के पंच वाक्य को सार्थक करने और धरातल से ग्रामीण नेतृत्व सामने लाने के लिए यह कवायद की जा रही है। निर्वाचन की यह प्रक्रिया 5 चक्रिय बताई जा रही है। इसके मई से शुरू होकर सितंबर तक चलने की जानकारी सूत्र दे रहे हैं।

राजनैतिक सरगर्मी बढेगी-

जिले में सहकारिता के चुनाव ने ग्रामीण क्षेत्रों में फिर से राजनैतिक सरगर्मी तेज होने में अभी वक्त  है। अभी चुनावी माहौल तैयार होगा ,उसके साथ ही सहकारिता की शतरंज की बिसात लगेगी। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित उज्जैन सहित जिले की 172 सोसायटियों में चुनाव होंगे जिसमें सोसायटियों के अध्यक्ष की कुर्सी एवं संचालक मंडल के लिए जुगाड का काम शुरू होगा। संबंधित ग्रामीण क्षेत्र की सोसायटियों पर विधायक अपने खासमखास को बैठाने की जुगाड लगाएंगे तो खासमखास भी विधायकों को इसी के लिए धोक देंगे। प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था की  कुर्सी को लेकर नेता नगरी जुगाड़ में लगेगी। मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद  इन सोसायटियों में निर्वाचन की प्रक्रिया होना है। अब सहकारी सोसायटियों के चुनाव की प्रक्रिया शुरु होने के साथ सोसायटियों के साथ गांवों की चौपाल पर भी इसके लिए हलचल शुरु हो गई है। दोनों ही दल के स्थानीय से लेकर जिला स्तर के नेताओं में इस पर संवाद से लेकर जोड़तोड़ की शुरूआत होना है। 12 साल में घोटालों की फेहरिस्त-

सूत्र जानकारी दे रहे हैं कि पिछले 12 साल से बगैर निर्वाचन के ही सहकारिता विभाग और बैंक के चहेतों के साथ जुगाड के महारथियों ने मनोनीत का लाभ लिया है। इसके चलते जिले की 13 प्राथमिक कृषि सहकारी संस्थाओं में घोटाले हुए हैं। सबसे बडा घोटाला लेकोडा संस्था में हुआ है। करीब 17 करोड से अधिक का यह घोटाला बताया जा रहा है। इसमें भी पुलिस प्रकरण दर्ज करवाया गया है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित उज्जैन की लेकोडा प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था में 17.56 करोड से अधिक के गबन कांड में चिंतामन थाना पुलिस को प्रकरण दर्ज है। बैंक की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने संस्था प्रबंधक लेकोडा निशिकांत चौहान सहित 3 अन्य सुभाष उपाध्याय, विनायक राजोलकर एवं नवीन मेथ्यूज को आरोपी बनाया है। इसके अलावा जिले में अन्य 12 संस्थाओं में भी जमकर घोटाले हुए हैं।

 

 

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