उज्जैन। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क दुर्घटना को रोकने के लिये पुलिस ने यातायात, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉपोर्रेशन और लोक निर्माण विभाग के साथ 26 ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित किये है। जहां निरीक्षण करने के साथ सुधार कार्यो को पूरा कराया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में ग्रामीण एएसपी मयूर खंडेलवाल ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिये संगठित पहल करते हुए बड़नगर, खाचरौद और नागदा क्षेत्र में ऐसे स्थानों का निरीक्षण किया, जहां पिछले कुछ समय में बार-बार दुर्घटना होना सामने आया। तीनों क्षेत्रों में 26 ब्लैक स्पॉट्स होना सामने आये। जिसके चलते सड़क सुरक्षा सुधार अभियान में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉपोर्रेशन और लोक निर्माण विभाग और यातायात विभाग के साथ मिलकर सुधार के कार्य शुरू किये। इस दौरान एसडीओपी, एसडीएम, डीएसपी ट्रैफिक, थाना प्रभारी एवं तकनीकी अधिकारी उपस्थित रहे। जिन स्थानों पर दुर्घटना का मुख्य कारण सड़क की बनावट सामने आई, वहां दृश्य संकेतों के साथ अंधेरों होने पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था कराई। स्पीड ब्रेकर, रिफ्लेक्टिव साइन बोर्ड, कैट-आई मार्किंग स्थापित कराई। सड़क मरम्मत और चौड़ीकरण कार्यो को लेकर संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि यह पहल केवल एक औपचारिक निरीक्षण नहीं है, बल्कि यह एक संवेदनशील और रणनीतिक कदम है, जिसका उद्देश्य जिले में सड़क सुरक्षा को प्रभावशाली रूप से सुधारना और आमजन की जीवन रक्षा सुनिश्चित करना है। यह पहल बताती है कि दुर्घटनाओं के बाद कदम उठाने की बजाय, प्रशासन अब पूर्व-निवारक रणनीति को अपनाकर समय रहते संभावित खतरों को समाप्त करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल कार्रवाई करना नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे। सड़कें केवल आवाजाही का साधन नहीं, बल्कि जीवन के लिए एक मार्ग हैं। हमारा फर्ज है कि हम इन मार्गों को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाए रखें। एसपी प्रदीप शर्मा शहर में भी इंदौररोड, मक्सीरोड़, देवासरोड, बड़नगर रोड़ पर ब्लैक स्पॉट्स चिन्हित कर सुधार कार्यो को पूरा कर चुके है।
