टोक्यो। जापान के पूर्व कृषि मंत्री ताकु ईटो को चावल की बढ़ी कीमत पर मजाकिया बयान देना काफी महंगा पड़ गया। यहां तक कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ गया। उन्होंने कहा था कि वो कभी चावल नहीं खरीदते हैं, बल्कि उन्हें मुफ्त में मिलता है। इस बयान के बाद महंगाई से जूझ रही जनता का गुस्सा भड़क गया। ईटो ने बुधवार को प्रधानमंत्री आॅफिस जाकर अपना इस्तीफा सौंपा। इस इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा पर भी महंगाई कम करने का दबाव और ज्यादा बढ़ गया। उनकी सरकार को चावल की लगातार बढ़ती कीमतों को कंट्रोल न कर पाने की वजह से लोगों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है। जापान में जुलाई महीने में संसद के ऊपरी सदन का चुनाव होने वाला है, ऐसे में यह मुद्दा और ज्यादा राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है।
चावल पर मजाक से गया जापान के मंत्री का पद
