खुसूर-फुसूर
अब तनाव दे रहा चौडीकरण…
महाआयोजन की तैयारी को लेकर शहर के अनेक मार्ग चौडीकरण के दायरे में हैं। कई मार्गों पर इसकी कार्रवाई शुरू हुए महीनों हो चुके हैं और कुछ पर काम प्रारंभिक स्थिति में है। चौडीकरण के लिए ठेके के तहत 300-300 मीटर के काम को ही खोला जा रहा है उसके बाद भी 300 मीटर में ही महीनों बाद भी बूरे हाल हैं। नालियां नहीं बन पा रही है पोल शिफ्टिंग के काम भी इन्हीं हालातों में है। कार्य में देरी से कई प्रमुख मार्ग आवाजाही से ही बंद पडे हैं। इन मार्गों से आवाजाही बंद होने से कई सारी समस्याएं बन रही हैं। बराबर गंदगी के हालात बने हुए हैं। खास यह है कि अधिकारी बराबर इन मार्गों को लेकर निर्देश देते आ रहे हैं उसके बाद भी काम में जैसी गति आना चाहिए वैसी नहीं आ रही है। जिन मार्गों पर प्रारंभिक स्थिति में यह कार्य चल रहा है वहां दल गडबड कर रहे हैं। कहीं निशान लगा रहे हैं कहीं नहीं। 300 मीटर में नोटिस दिए हैं तो वहीं तक निशान लगा रहे हैं। क्षेत्रीय निवासी बेचैन हैं। खुसूर – फुसूर है कि इतनी योजना एवं डीपीआर बनाने के उपरांत भी हाल पुराने समय जैसे ही हैं तो फिर यह खर्च क्यों किया गया। तैयारी का परिणाम जैसा आना चाहिए वो किधर हैं और क्यों नहीं आ सका। वो कब आएगा और कैसे। ऐसा न हो कि पिछले महाआयोजन में आगर रोड जैसे हाल हो जाएं कि अंत में शासन को अपने हाथ में लेकर काम को किसी बडी कंपनी को ठेके पर देना पडे तब जाकर कार्य पूर्ण हो।
