सुसनेर। कलेक्टर श्रीमती प्रीति यादव ने कृषि उपज मंडी का दौरा कर किसानों से मुलाकात की और खाद स्टॉक का निरीक्षण किया। उन्होंने मंडी में उपलब्ध यूरिया, डीएपी एवं अन्य रासायनिक उर्वरकों की भौतिक स्थिति और वितरण व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान किसानों ने खाद वितरण प्रणाली पर संतोष व्यक्त किया।
कलेक्टर ने स्टॉक की भौतिक स्थिति की समीक्षा करते हुए किसी भी त्रुटि या अभिलेखों में असंगति पाए जाने पर अधिकारियों को तुरंत सुधार करने और अभिलेख अद्यतन करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने किसानों से बातचीत करते हुए कृषि कार्य में नवीनतम तकनीकों और प्राकृतिक खेती के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद कलेक्टर ने ग्राम गणेशपुरा में राष्ट्रीय मिशन आॅन एडिबल आॅयल्स एंड आॅयलसीड के अंतर्गत सरसों फसल प्रदर्शन का अवलोकन किया। किसानों को किस्म आरवीएम-1 के बीज और फसल की वृद्धि के संबंध में मार्गदर्शन देते हुए उन्होंने किसानों को इसके अधिक उत्पादन और विस्तार हेतु प्रोत्साहित किया।
सुसनेर में कलेक्टर ने कृषक गजानंद कुशवाह के प्राकृतिक एवं समेकित कृषि मॉडल का भी निरीक्षण किया। कृषक ने यहां विभिन्न सब्जियों, अनाज, चिया सीड्स, अदरक और एपल बेर सहित कई फसलों के उत्पादन, देसी एवं कड़कनाथ मुगीर्पालन और राहू-तला मछली पालन की जानकारी दी। मछली पालन के पानी का पुन: उपयोग कर फसलों की सिंचाई की जा रही है। साथ ही जीवामृत, घनजीवामृत, ब्रह्मास्त्र, निम्बास्त्र जैसे जैविक घोल और स्वयं निर्मित केंचुआ खाद का प्रयोग कर प्राकृतिक खेती अपनाई जा रही है। उत्पादित फसलें स्थानीय बाजार और जैविक हाट में विक्रय कर किसानों को अच्छी आय प्राप्त हो रही है। कलेक्टर ने उपस्थित किसानों से प्राकृतिक एवं समेकित कृषि अपनाने का आग्रह किया ताकि उन्हें निरंतर आय प्राप्त हो सके। इस अवसर पर अपर कलेक्टर आरपी वर्मा, उप संचालक कृषि विजय चौरसिया, तहसीलदार रामेश्वर दांगी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने कृषि उपज मंडी में किसानों से मुलाकात कर स्टॉक का किया अवलोकन
