एसडीएम कार्यालय के पास पटवारी ने कृषक के साथ की मारपीट -7 माह से नामांतरण के लगावा रहा था चक्कर, थाने पहुंचा मामला

उज्जैन। 7 माह से जमीन का नामांतरण कराने के लिये चक्कर लगा रहे कृषक ने गुरूवार को एसडीएम से शिकायत की तो पटवारी ने कार्यालय के बाहर आकर कृषक के साथ मारपीट शुरू कर दी। कृषक ने मामले की शिकायत थाने पहुंचकर की। पुलिस ने शिकायती आवेदन लेकर जांच का आश्वासन दिया है।
घट्टिया तहसील के ग्राम नजरपुर में रहने वाले कृषक बलराम नागर ने तहसील कार्यालय में अपनी सिलोदा रावल और ग्राम उज्जैनिया की जमीन का नामातंरण कराने के लिये आवेदन दिया था। लेकिन पटवारी ओलक पांडे लगातार टाल-मटौल कर रहा था। 7 माह से परेशान हो रहे कृषक ने मामले से तहसीलदार जीवन मोघी को भी अवगत कराया। उन्होने भी काम होने का आश्वासन दिया। पटवारी अलोक पांडे ने उसके बाद भी नामातंरण के आवेदन पर संज्ञान नहीं लिया। गुरूवार को कृषक बलराम नागर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और एसडीएम राजाराम करकरे से शिकायत की। कार्यालय में ही तहसीलदार जीवन मोघी बैठे थे। उन्होने दोबारा से आवेदन देने की बात कहीं। कृषक ने पहले से आवेदन देने की बात कहीं। जिस पर एसडीएम ने पटवारी को बुलाकर जानकारी लेने की बात कहीं। कृषक कार्यालय से बाहर आ गया। पटवारी अलोक पांडे एसडीएम कार्यालय पहुंचा, जहां अंदर चर्चा के बाद बाहर आया और कृषक के साथ मारपीट कर दी। उनकी बाइक को लात मारकर गिरा दिया। कृषक ने मामले की शिकायत घट्टिया थाने पहुंचकर की। पुलिस ने शिकायती आवेदन लेकर जांच का आश्वासन दिया। इस बीच पटवारी अलोक पांडे अपने घर लौट आया था। उसे कृषक द्वारा थाने में शिकायत करने की खबर लगी तो वह रात में माधवनगर थाने कृषक की शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने मामला घट्टिया थाना क्षेत्र का होने पर संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराने की बात कहकर लौटा दिया।

Share:

संबंधित समाचार

Leave a Comment