उज्जैन से बड़ी खबर: रावण दहन बंद करने की मांग
उज्जैन | 7 घंटे पहले
अखिल भारतीय युवा ब्राह्मण समाज ने रावण दहन पर रोक लगाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और RSS प्रमुख मोहन भागवत को ज्ञापन भेजा है।
🔹 क्या है मांग?
समाज के संस्थापक अध्यक्ष महेश पुजारी ने कहा कि –
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रावण दहन शास्त्र सम्मत या विधि सम्मत परंपरा नहीं है, बल्कि राजनीति और मनोरंजन का आधार बना दिया गया है।
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इससे ब्राह्मण समाज की भावनाओं और अस्तित्व पर चोट पहुंचती है।
🔹 अपराधियों के पुतले क्यों नहीं?
महेश पुजारी ने सवाल उठाया कि जब देश में निर्भया कांड जैसे अत्याचार और अपराध होते हैं, तो अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के पुतले क्यों नहीं जलाए जाते?
🔹 रावण की छवि पर तर्क
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रावण ज्ञानी और ब्राह्मण धर्म का पालन करने वाला था।
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रामेश्वरम् की स्थापना रावण के आचार्यत्व में हुई थी।
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युद्ध से पहले भी रावण ने भगवान राम को विजय आशीर्वाद दिया।
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क्षत्रिय धर्म में महिला पर शस्त्र उठाना वर्जित है, फिर भी लक्ष्मण ने शूर्पणखा के नाक-कान काटे, जो धर्मसम्मत नहीं।
🔹 साजिश का आरोप
समाज ने आरोप लगाया कि केवल माता सीता हरण के आधार पर रावण दहन करना दरअसल ब्राह्मण समुदाय को बदनाम करने की साजिश हो सकती है।
🔹 क्या चाहते हैं युवा ब्राह्मण समाज?
प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और RSS प्रमुख से आग्रह किया गया है कि पूरे देश और प्रदेश में रावण दहन पर रोक लगाने का आदेश दिया जाए।
