उज्जैन में राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी का प्रदर्शन
कांग्रेस-बीजेपी कार्यकर्ता आमने-सामने, झड़प में एक घायल; पीएम की मां को गाली देने पर भड़के भाजपाई
घटना का पृष्ठभूमि
बिहार के दरभंगा में कांग्रेस मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपमानजनक शब्द कहे जाने का मामला राष्ट्रीय स्तर पर गरमा गया है। इस बयान के बाद देशभर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताया। इसी कड़ी में उज्जैन में भी भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। रविवार शाम शहर में ‘हल्ला बोल’ रैली निकाली गई, जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।
रैली और प्रदर्शन का घटनाक्रम
रैली का शुभारंभ चामुंडा माता मंदिर चौराहा से किया गया। यह रैली शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई कांग्रेस कार्यालय तक पहुंची। भाजपा नगर इकाई, महिला मोर्चा, युवा मोर्चा और ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में इस विरोध में शामिल हुए। रैली का माहौल शुरू से ही आक्रामक रहा और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ जमकर नारे लगाए।
जब रैली कांग्रेस कार्यालय के पास पहुंची तो वहां पहले से कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे। पुलिस ने पहले ही कांग्रेस कार्यालय तक जाने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर रखी थी। लेकिन जैसे ही दोनों दल आमने-सामने आए, माहौल तनावपूर्ण हो गया।
झड़प और चोट
बैरिकेड्स के दोनों ओर खड़े भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ ही देर में धक्का-मुक्की और झंडे लहराने का सिलसिला तेज हुआ। इसी दौरान झंडा लहराते समय कांग्रेस का एक कार्यकर्ता डंडे से चोटिल हो गया और घायल हो गया। हालांकि स्थिति गंभीर होने से पहले ही पुलिस ने मोर्चा संभाला और दोनों पक्षों को अलग किया।
पुलिस की मौजूदगी और त्वरित हस्तक्षेप के चलते विवाद बढ़ने से पहले ही नियंत्रित हो गया। इसके बाद भी दोनों दलों के बीच लगभग एक घंटे तक माहौल गर्म रहा और शहर में तनाव का असर देखा गया।
भाजपा का बयान
भाजपा नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां देवतुल्य थीं और पूरे देश की मां के समान थीं। उन्होंने ऐसे पुत्र को जन्म दिया, जिसने भारत को दुनिया में सम्मान दिलाया और देश को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया। ऐसे में राहुल गांधी जैसे नेताओं को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रही है, जिससे जनता आहत है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस की यह मानसिकता देश की संस्कृति और परंपराओं का अपमान है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऐलान किया कि जब तक राहुल गांधी सार्वजनिक माफी नहीं मांगते, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
कांग्रेस का पक्ष
कांग्रेस की ओर से ग्रामीण जिलाध्यक्ष और विधायक महेश परमार, शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी और अन्य पदाधिकारी मौके पर मौजूद रहे। उनका कहना था कि भाजपा मुद्दों से भटकाने की राजनीति कर रही है और जनता की समस्याओं पर बात करने के बजाय बयानबाजी को मुद्दा बना रही है। कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने जानबूझकर कार्यालय पर आकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की।
पुलिस की भूमिका
उज्जैन पुलिस पहले से ही सतर्क थी और कांग्रेस कार्यालय के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई थी। जैसे ही दोनों दलों के बीच झड़प शुरू हुई, पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों को अलग किया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
राजनीतिक माहौल पर असर
इस पूरे घटनाक्रम से उज्जैन का राजनीतिक माहौल गरमा गया है। आने वाले समय में दोनों दलों की गतिविधियां और भी आक्रामक हो सकती हैं। भाजपा जहां राहुल गांधी से माफी की मांग पर अड़ी है, वहीं कांग्रेस इसे भाजपा की नौटंकी करार दे रही है। जनता के बीच इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है और सोशल मीडिया पर भी दोनों दलों के समर्थक आमने-सामने हैं।
निष्कर्ष
उज्जैन में हुआ यह घटनाक्रम साफ तौर पर बताता है कि बिहार के दरभंगा में दिया गया विवादित बयान अब राष्ट्रीय राजनीति का मुद्दा बन गया है। भाजपा इसे जनता की भावनाओं से जुड़ा विषय बता रही है, जबकि कांग्रेस इसे भाजपा की रणनीति मान रही है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है और इसका असर मध्यप्रदेश की राजनीति पर भी देखने को मिल सकता है।
