इंदौर की विरासत को संजोने की पहल: सांसद शंकर लालवानी ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र
📍 स्थान: ग्राम कम्पेल, इंदौर
🗓️ तारीख: 10 मई 2025
✉️ पत्र भेजने वाले: सांसद शंकर लालवानी
👤 प्राप्तकर्ता: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
🔸 क्या है अहिल्या कचहरी का महत्व?
-
यह वही स्थल है जहाँ पुण्यश्लोक मां अहिल्याबाई होलकर ने अपने शासनकाल की शुरुआत की थी।
-
कम्पेल को उन्होंने अपनी पहली राजधानी बनाया था।
-
यहीं से न्याय, सेवा और जनकल्याण की ऐतिहासिक व्यवस्थाओं की नींव रखी गई थी।
🔸 वर्तमान स्थिति:
-
यह ऐतिहासिक कचहरी निजी स्वामित्व में है।
-
भवन जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है और संरक्षण की सख्त आवश्यकता है।
🛑 यदि शीघ्र संरक्षण नहीं हुआ तो…
-
इंदौर की यह अनमोल सांस्कृतिक धरोहर नष्ट हो सकती है।
-
आने वाली पीढ़ियां इस गौरवशाली इतिहास से वंचित रह जाएंगी।
📩 सांसद शंकर लालवानी की माँगें:
-
राज्य संरक्षित स्मारक घोषित किया जाए।
-
राज्य सरकार अधिग्रहण कर इसका शीघ्र संरक्षण करे।
-
इसे इंदौर की विरासत पर्यटन योजना में शामिल किया जाए।
🌟 महत्वपूर्ण क्यों है ये कदम?
-
इंदौर की इतिहास से जोड़ने वाली धरोहरों को संरक्षित करना समय की मांग है।
-
पर्यटन, रोजगार और सांस्कृतिक शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
