उज्जैन। मंडी में किसानों को प्याज के सही दाम नहीं मिल रहे हैं। इसको लेकर किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। सोमवार को किसान उज्जैन मंडी में प्याज की फसल लेकर पहुंचे थे। लेकिन जब उन्हें मंडी में प्याज की सही कीमत नहीं मिली तो वह निराश हो गए और कई किसानों ने आगर रोड मंडी गेट के समीप प्याज से भरी ट्रालियां खड़ी कर रस्ते चलते लोगों को फ्री में प्याज बांटना शुरू कर दिया। इस दौरान किसानों ने कई क्विंटल प्याज लोगों को फ्री में बांटा और जमकर प्रदर्शन किया साथ ही नारेबाजी करते हुए सरकार को जमकर कोसा। आगर रोड दरगाह मंडी चौराहे पर किसान प्याज से भरी ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए लोगों को प्याज मुफ्त में दे रहे थे। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि मंडी में प्याज लेकर आए थे। लेकिन प्याज के सही दाम नहीं मिल रहे है अब प्याज को वापस घर ले जाना भी महंगा पड़ रहा है। इस कारण प्याज लोगों को मुफ्त में वितरित कर रहे है।
किसानों की मांग सरकार प्याज की फसल 24 रुपए के समर्थन मूल्य में खरीदे
कृषक संगठन के जिला अध्यक्ष संदीप पाटीदार ने बताया कि प्याज की फसल पैदा करने से लेकर मंडी तक लाने में 10 से 12 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खर्च आता है ऐसे में मंडी में थोक भाव में किसानों से प्याज केवल 2 से 3 रुपए किलो में ही खरीदा जा रहा है। पिछले दिनों हुई बेमौसम बारिश की वजह से प्याज की फसल को भी नुकसान पहुंचा है किसानों के हुए नुकसान की भरपाई भी नहीं की जा रही है। कृषि विभाग ने अभी तक बेमौसम बारिश की वजह से जो फसलों में नुकसान हुआ उसका सर्वे भी नहीं करवाया है और ना ही मुआवजे की घोषणा की है। किसानों की मांग है कि तुरंत सर्वे कराकर उनके नुकसान का आंकलन कर उन्हें राहत राशि दी जाए तथा सरकार उनकी प्याज की फसल 24 रुपए के समर्थन मूल्य में खरीदे। किसानों को प्याज की फसल के सही धाम नहीं मिलने की वजह से वह निराश है । पाटीदार ने आगे कहा कि यदि सरकार ने उनकी और ध्यान नहीं दिया तो वह उग्र आंदोलन पर उतारू हो जाएंगे।
