उज्जैन। सिंहस्थ क्षेत्र लैंड पुलिंग योजना के विरोध में किसान -सरकार से आरपार के मुड में आ गया है। इसके लिए मोर्चा संभाल रहे भारतीय किसान संघ के मालवा प्रांत के 18 जिलों के प्रतिनिधियों की रणनीति रविवार को तय होने वाली है। इसके पहले सिंहस्थ लैंड पुलिंग के दायरे में आ रहे किसानों ने बैठक की है और उनकी जमीनों एवं खेतों पर शनिवार से ही भाकिसं का ध्वज लहराने लगा है।
सिंहस्थ लैंड पुलिंग योजना को लेकर सरकार एवं भारतीय किसान संघ के बीच भोपाल में समझौता हुआ था। इसमें दोनों पक्षों ने सिंहस्थ लैंड पुलिंग योजना टीडीएस 8,9,10,11 निरस्त को लेकर घोषणा की थी। बाद में सरकार की और से संशोधन जारी किया गया। इस पर भाकिसं ने आपत्ति जताई एवं निरस्त आदेश जारी करने की मांग रखी थी,लेकिन ऐसा सरकार की और से नहीं किया गया। इसी से नाराज किसान संघ ने सरकार को दो बार इसके लिए आगाह करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी। अंतिम 7 दिन की समयावधि बीतने के बाद भी कोई हल नहीं निकलने पर किसान संघ ने अपने मालवा प्रांत के प्रतिनिधियों की बैठक आंदोलन की रणनीति एवं उसके स्वरूप के मंथन को लेकर रखी है।
किसान गुस्साए,खेतों पर ध्वज लगाए-
शनिवार को सिंहस्थ लैंड पुलिंग योजना अंतर्गत सिंहस्थ क्षेत्र के 17 गांवों के ग्रामीणों ने पीपलीनाका पर बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में किसानों ने जमकर अपना गुस्सा जताया है। किसान संघ के नेताओं की मौजुदगी में आयोजित बैठक में शनिवार से ही 17 गांवों की जमीनों एवं खेतों पर भाकिसं का ध्वज लहराने की बात तय हुई और उसके तहत सिंहस्थ क्षेत्र के 17 गांवों में ध्वज लहराने शुरू हो गए हैं।
165 प्रतिनिधि होंगे शामिल-
भारतीय किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमलसिंह आंजना के अनुसार रविवार को उज्जैन में चिंतामन रोड पर अंबेडकर भवन में आयोजित बैठक में किसान संघ के मालवा प्रांत के 18 जिलों से जिला अध्यक्ष,मंत्री,प्रचार मंत्री,तहसील अध्यक्ष,मंत्री आंदोलन की रणनीति पर मंथन करने के लिए 165 के करीब प्रतिनिधि जुटने वाले हैं। दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक आंदोलन की रणनीति पर मंथन होगा। अपने आप में भाकिसं की यह बडी बैठक होगी।
संभावित ये हो सकता है आंदोलन का स्वरूप-
-पूरे मालवा प्रांत के 18 जिलों में किसानों के चक्केजाम यानिकी की गांव का गांव में।
-प्रांत में शहरों में सब्जी,दूध,तमाम उपज सप्लाय बंद।
-प्रांत में शहर जाम ,घेरा डालो-डेरा डालो।
-पूरे प्रांत में मंडी कारोबार बंद,गांव का गांव में।
-पूरे प्रांत के 18 जिलों में बडे प्रदर्शन,ज्ञापन।
-ग्रामीण क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों का घेराव।
