उज्जैन। शहर भर की कालोनियों में नालियों पर स्थाई अतिक्रमण रहवासियों के जी का जंजाल बन रहा है। उनके लिए स्वास्थ्य की समस्या खडी हो रही है। नालियों की गंदगी साफ नहीं हो पा रही है। पानी रूककर घरों में घुस रहा है। नालियों में कीडे मकौडे , मच्छर पनप रहे हैं और इनके साथ जहरीले जीव भी पनाह पा रहे हैं। इसे लेकर की जाने वाली शिकायतों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
हरिहर कालोनी, सुभाष नगर, उज्जैन में नाली पर पक्का निर्माण कर उस पर टाईल्स लगाकर दीवार खडी करके गेट लगाने के कारण नाली का गंदा पानी निकलना बन्द हो गया है। नाली का पानी पाईप से उल्टा घरों में घुस रहा है। गंदगी से कीडे एवं अन्य जहरीले जीव निकल रहे है। बिमारियों का खतरा बन गया है।
5 सीएम हेल्पलाईन के बाद भी निदान नहीं-
क्षेत्र के रहवासी एवं अभिभाषक ठा. मनोहरसिंह सोलंकी का कहना है कि इसकी शिकायत पांच बार सी.एम. हेल्प लाईन पर की गई है। यहां तक की नगर पालिक निगम के आयुक्त, महापौर, स्वास्थ विभाग, भवन अधिकारी झोन क्र.6 को व वार्ड क्र. 47 के पार्षद को धारा 401 का नोटिस दिया जा चुका है। लिखित शिकायत दी गई है। झोन के उमेश शंकरलाल आकर मौका देख गये और झुठा आश्वासन दे गये । समस्या यथावत है और नगर निगम मुकदर्शक है। नालियों पर पक्के निर्माण से यह समस्या बनी है। श्री सोलंकी के अनुसार अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाया जावे । अतिक्रामकों पर जुर्माना लगाया जावे। इस मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो न्यायालय की शरण ली जाएगी।
और क्षेत्रों में भी है यही समस्या-
शहर के नए क्षेत्र में अधिकांश जगह यह समस्या कालोनी में तो है ही मुख्य व्यवसायिक केंद्र फ्रीगंज में भी यही हाल देखने को मिल रहे है। नालियों के जाम की वजह और स्थाई रूप से उन्हें ढक दिए जाने से थोडी सी बारिश में ही नालियों से पानी सडकों पर फैलने लगता है। यही हाल ऋषिनगर, महानंदा नगर, दमदमा,सेठीनगर, सहित तकरीबन सभी कालोनियों में बनी हुई है। इसे लेकर नगर निगम की और से बडे स्तर पर तत्काल कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में मानसून के दौरान कालोनियों के घरों में पानी भरने की समस्या बनेगी।
