दैनिक अवंतिका उज्जैन।
महाकाल मंदिर के रथों में सवार होकर मां गंगा भक्तों को दर्शन देने के लिए सवारी के रूप में निकली। शिप्रा के रामघाट से सवारी शुरू हुई जिसमें पुलिस का बैंड, घुड़सवार दल के साथ ब्राह्मण समाज के लोग बड़ी संख्या में पैदल शामिल हुए।
15 दिन से रामघाट पर सहस्त्र औदिच्य ब्राह्मण समाज भागसीपुरा के तत्वावधान में शिप्रा-गंगा उत्सव मनाया जा रहा था जिसके समापन में मां गंगा की यह राजसी सवारी निकाली गई। जेष्ठ शुक्ल प्रतिपदा से पूर्णिमा तक यह उत्सव मनाया गया। भागसीपुरा स्थित गंगा माता मंदिर से माता की प्रतिमा को सवारी के रूप में पहले रामघाट लाया गया था। 15 दिनों तक यहां गंगा माता का रोजाना पूजन-अभिषेक और महाआरती के साथ उत्सव मनाया गया। इसके समापन पर गंगा माता को पालकी व महाकाल मंदिर से आए रथों में अलग-अलग प्रतिमाओं के रूप में विराजमान सवारी के रूप में निकाला गया। सवारी का समापन भागसीपुरा स्थित गंगा माता मंदिर पर किया गया।
