महाकाल मंदिर में वीआईपी दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपए की वसूली के मामले में गुरुवार को महाकाल थाना पुलिस ने 6 और लोगों को पकड़ा है। इन सब के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कर इन्हें हिरासत में ले लिया गया है। सभी से मामले में पूछताछ जारी है। 6 लोगों में मंदिर समिति के 3 बड़े कर्मचारी राजेंद्र सिसौदिया, राजकुमार सिंह, अभिषेक भार्गव और रितेश शर्मा शामिल है।
भार्गव प्रशासन से आने वाले प्रोटोकॉल से दर्शन व भस्मारती के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था देखता था जबकि सिसौदिया मंदिर के प्रोटोकॉल में पदस्थ होकर दर्शन कराता था। राजकुमार सिंह आईटी सेल देखता है जो भस्मारती की वीआईपी अनुमति जारी करने का काम भी संभालता था। जबकि शर्मा भस्मारती में पदस्थ था।
विनोद और राकेश की कॉल डीटेल से पकड़ाए
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया इसके पहले रुपए लेने के मामले में मंदिर समिति के कर्मचारी विनोद चौकसे और राकेश श्रीवास्तव को पकड़ा जा चुका है। दोनों के पास से मिली कॉल डिजिटल के आधार पर ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मंदिर के कर्मचारियों अभिषेक भार्गव, राजेंद्र सिसोदिया, राजकुमार सिंह और रितेश शर्मा खिलाफ एफआईआर दर्ज कर इन्हें पकड़ा। इसके अलावा मंदिर में आउटसोर्स कंपनी के दो कर्मचारी ओम प्रकाश माली और जितेंद्र परमार के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर उन्हें भी हिरासत में लिया गया है।
चौकसे व श्रीवास्तव का रिमांड खत्म
कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा
इधर विनोद चौकसे और राकेश श्रीवास्तव का गुरुवार को रिमांड खत्म होने पर पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।