उज्जैन। एक महिला और युवक छुट्टी के फर्जी सर्टिफिकेट के कागज लेकर मंगलवार दोपहर चरक अस्पताल के रिकॉर्ड रूम में सील लगवाने के लिए पहुंचे थे। लेकिन सर्टिफिकेट पर डॉक्टर के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। जिसकी सूचना आरएमओ कार्यालय में दी गई। जब डॉक्टर ने हस्ताक्षर देखे तो उन्होंने मना कर दिया कि यह मेरे हस्ताक्षर नहीं है। तब जाकर इस फर्जीवाड़े का पता चला और इसके बाद महिला ने दोनों कागज छीनकर अपने साथ आए युवक को दे दिए और युवक वह कागज लेकर अस्पताल से भाग निकला। इस बीच अस्पताल के स्टाफ ने महिलाओं को घेर लिया और कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया है।
टीआई लीला सोलंकी ने बताया कि महिला से पूछताछ की है उसके मोबाइल का डाटा भी कंगाल गया है इसके अलावा अस्पताल के सीसीटीवी भी निकलवाए लेकिन ऐसा कोई घटनाक्रम सीसीटीवी में नहीं दिखाई दिया है । ऐसे में फिलहाल महिला को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। इस मामले की आगे जांच कर रहे हैं पता चला है कि महिला की बड़ी बहन ग्वालियर में जल प्रहरी है महिला के पास चरक के डॉक्टर द्वारा दिए गए प्रिसपेक्शन मिले हैं उसका कहना था कि वह डॉक्टर को दिखाने आई थी उसके साथ कोई युवक नहीं आया था।
एक महिला जिस रशिका तिवारी नामक महिला का मंगलवार दोपहर दो माह की छुट्टी के सर्टिफिकेट के कागज लेकर चरक अस्पताल के रिकॉर्ड रूम में सील लगवाने के लिए पहुंची थी उस सर्टिफिकेट पर डॉक्टर अंशु अरोरा व डॉक्टर अदिति सिंह के हस्ताक्षर थे। लेकिन जब रिकॉर्ड कीपर को सर्टिफिकेट पर हुए डॉक्टर के हस्ताक्षर फर्जी होने का आभास हुआ तो उसने आरएमओ कार्यालय में इसकी सूचना दी। और जब फर्जी हस्ताक्षर का पता चला तो स्टाफ ने महिला को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन इस बीच महिला ने स्टाफ से फर्जी सर्टिफिकेट के कागज छुड़ाकर अपने साथ आए युवक को थमा दिए और युवक वह फर्जी हस्ताक्षर के कागज लेकर अस्पताल से भाग निकला। इधर महिला भी वहां से रफू चक्कर होने की कोशिश कर रही थी। लेकिन स्टाफ ने महिला को घेर लिया ओर कोतवाली थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
अपना नाम छुपाने की कोशिश करने लगी
फर्जी सर्टिफिकेट के दस्तावेज पर सील लगाने के लिए आई महिला अपना नाम भी छुपाने की कोशिश कर रही थी कभी अपना नाम स्वाति बता रही थी तो कभी रीति बता रही थी। जब स्टाफ के लोगों ने रंगे हाथों पकड़ा तो वह अस्पताल कर्मचारियों पर झूठा आरोप लगने लगी ओर स्टाफ को गुमराह करने की कोशिश करने लगी। लेकिन ड्यूटी स्टाफ ने महिला को पुलिस के हवाले कर दिया है पुलिस ने बताया कि फिलहाल महिला को उसके बयान लेकर छोड़ दिया गया है और सीसीटीवी फुटेज में भी ऐसा कोई घटनाक्रम देखने को नहीं मिला है।
डॉक्टर ने शिकायती आवेदन थाने में दिया
जिस रशिका तिवारी नामक महिला की छुट्टी का सर्टिफिकेट बनवाने के लिए महिला चरक अस्पताल में आई थी वह नीमच की जेल पहरी बताई जा रही है। किसी मामले को लेकर वह 6 महीने से ड्यूटी पर नहीं जा रही थी वापस ड्यूटी ज्वॉइन करने के लिए वह फर्जी सर्टिफिकेट बनवाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन इस बीच पकड़ा गई। डॉक्टर अंशुल, डॉक्टर अदिति सिंह ने महिला के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायती आवेदन देकर पुलिस में शिकायत की है।