फेरे से पहले रुका बाल विवाह, घोड़ी और बैंड वाले भागे

देवास । खातेगांव क्षेत्र में टीम ने विवाह और बाल विवाह रुकवाया। दूल्हा शेरवानी में पहनकर खड़ा था। लड़की भी दुुल्हन के लिबास में तैयार थी। विवाह की सारी तैयारियां हो चुकी थी। बस फेरे होने ही वाले थे। इसी दौरानमहिला बाल विकास और पुलिस की टीम पहुंची और बाल विवाह रुकवा दिया। टीम के पहुंचने से हड़कंप मच गया। बैंड बाजा और घोड़ी वाले भाग गए। भोजन करने के बाद बारात और दूल्हा भी बिना दुल्हन के रवाना हो गया। टीम मौके पर पंचनामा बनाया। मामले में टीम गठित की गई तो विवाह को लेकर निगरानी रखेगी। टीम ने विवाह खातेगांव के सन्नाौद गांव में रुकवाया।जानकारी के अनुसार खातेगांव सन्नाौद गांव में नाबालिक लड़की के विवाह की सूचना पर महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम और पुलिस गांव पहुंची थी। गांव में बारात पहुंच गई थी। बाराती भी भोजन करने में जुटे थे। सात फेरों की तैयारी भी हो गई थी। परियोजना अधिकारी राम प्रवेश तिवारी, सुपरवाइजर जागृति वर्मा, अमिता जाट सहित खातेगांव से पुलिकर्मियों की टीम पहुंची थी। गांव के सरपंच और सचिव को भी बुलवाया गया। दस्तावेजों की जांच में लड़की नाबालिग निकली। टीम को देखकर घोड़ी वाले और बैंड बाजे वाले फरार हो गए। वहीं बारात भी भोजन कर रवाना हो गई। टीम ने वर और वधू पक्षों को समझाया। इसके बाद परिवार वालों विवाह रोकने के लिए माने। पंचनामे के बाद बिना दुल्हन के दूल्हा भी रवाना हो गया। परिजनों ने सहमति दी है कि अब बालिग होने के बाद ही लड़की का विवाह किया जाएगा। मामले में परियोजना अधिकारी रामप्रवेश तिवारी ने बताया कि सूचना पर गांव पहुंचे थे। नाबालिग का विवाह रुकवाया गया है। हमने इसके लिए एक टीम बना दी है। जो विवाह को लेकर नजर रखेगी।