घर में ताजिया बनवा रहा था- मतांतरण के शक पर पुलिस बुलाई तो परिवार बोला – हम हिंदू हैं, हिंदू ही रहेंगे

 

 

इटारसी। इटारसी से सटे सोनासांवरी गांव में रहने वाले एक परिवार द्वारा कथित रूप से मतांतरण कर इस्लाम धर्म कबूलने की खबर से खलबली मच गई। दरअसल, यहां रहने वाले मिस्त्री नवल बाबरा और उसके घरवालों की वेशभूषा, पूजा पद्धति एवं रहन-सहन में अचानक बदलाव आया।

घर पर बनवा रहे थे ताजिया

नवल बाबरा अपने घर पर ताजिए भी बनवा रहा था। इस पर मोहल्ले के कुछ लोगों ने पुलिस एवं जनप्रतिनिधियों से मतांतरण की आशंका जताकर शिकायत कर दी। संवदेनशील मामला होने की वजह से पुलिस भी हरकत में आ गई। रविवार को सर्व हिंदू समाज के कुछ लोगों ने नवल के घर जाकर उससे बात की।

नवल बोला- नहीं किया धर्म परिवर्तन

नवल ने बताया कि उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया है, बल्कि वह सभी धर्मों का सम्मान करता है और चाहता है कि सौहार्द रहे, इसलिए अपने बीमार बेटे के ठीक होने पर मन्नत के तौर पर उसने घर में ताजिए बनवाने का फैसला लिया था। उसके परिचित नवीन ने नाला मोहल्ला निवासी कथित मलंग सैयद अशरफ अली उर्फ शाहरुख खान से मुलाकात कराई थी, बाबा के पास कई हिंदू परिवार पहुंचते हैं। इनके वीडियो रील भी इंटरनेट मीडिया पर डाले जा रहे थे।
नवल ने अजमेर-दिल्ली समेत कई शहरों में दरगाह-मजारों के दीदार भी किए। बाबा से संपर्क बढ़ने के बाद नवल का तौर तरीका बदला, जिससे मतांतरण की आशंका को बल मिला। नवल ने दावा किया वह हिंदू धर्म से जुड़ा है, और जीवन भर हिंदू ही रहेगा। उसके गले में रुद्राक्ष भी है, हाथ में कलावा भी बंधा है। नवल ने मंदिर जाकर पूजा-अर्चना भी की।

धर्म नहीं त्यागा

सर्व ब्राह्मण समाज के जिलाध्यक्ष जितेंद्र ओझा ने बताया कि एक परिवार को लेकर कई तरह की अफवाहें सामने आ रही थीं। यह शहर आपसी भाईचारे पर भरोसा करता है। सभी धर्म के लोग मिलकर रहते हैं। नवल ने बताया कि उसने धर्म नहीं त्यागा है। शहर का आपसी सौहार्द न बिगड़े, इसलिए आकर उससे मिले थे।

धर्म परिवर्तन नहीं किया

इटारसी के थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला का कहना है कि युवक को बुलाकर पूछताछ की थी, उसने कहा कि किसी तरह का मतांतरण नहीं किया है, उसकी मन्नत ताजिए रखने की थी। जीवन भर वह हिंदू ही रहेगा, ऐसा उसने बताया है, हमने समझाइश दे दी है। उसने बताया कि वह सभी धर्मों को मानता है। धार्मिक सौहार्द न बिगड़े, ऐसे किसी भी तरह के क्रियाकलाप न करने की समझाइश दी गई है।