पेपर लीक कांड से डरी डीएवीवी ने बनाया नया सख्त नियम

 

इंदौर। भाजपा नेता अक्षय बम के आइडलिक कालेज की लापरवाही के बाद अब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय परीक्षाओं को लेकर हरकत में आया है। आगामी सभी परीक्षाओं को लेकर परीक्षा केंद्र के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं। इसमें कॉलेज (केंद्र) को प्रश्न पत्र के बंडल थानों में रखने के बाद मिलने वाली रसीद को अनिवार्य रूप से विश्वविद्यालय में जमा करना है।

 

इसके साथ ही प्रश्न पत्र थाने में रखने और वहां से लाने के संबंध में भी रिकॉर्ड रखना है। अधिकारियों के मुताबिक यूजी-पीजी परीक्षाओं के लिए यह व्यवस्था की गई है। केंद्र बनाए कॉलेजों को प्रश्न पत्र के बारे में प्रत्येक जानकारी रखनी होगी।

बता दें कि थाने में पेपर रखने की बजाय आइडलिक कालेज ने प्राचार्य कक्ष में रखे थे। एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर के दो विषय के पेपर आउट हो गए थे। कालेज की लापरवाही का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ा है। उन्हें दो विषय की दोबारा परीक्षा देनी पड़ी है।
यह स्थिति दोबारा न बने, इसके लिए विश्वविद्यालय ने केंद्र बनाए कॉलेजों को पेपर थाने में अनिवार्य रूप से रखने पर जोर दिया है। साथ ही कहा कि थाने में पेपर का बंडल रखने और वहां से लाने वाले शिक्षक व प्राध्यापक के बारे में भी रजिस्टर में जानकारी दर्ज की जाए।

सीसीटीवी के सामने खेलना होगा लिफाफा

प्रश्न पत्र का लिफाफा केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरे के सामने खोलना होगा। प्रश्न पत्र से जुड़ी जानकारी व प्रमाण कॉलेजों को विश्वविद्यालय में देना होगा। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी का कहना है कि वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर केंद्रों को थाने की रसीद विश्वविद्यालय को देनी होगी।

कॉलेज पर नहीं की कोई सख्त कार्रवाई

एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर पेपर लीक मामले में आइडलिक कॉलेज पर विश्वविद्यालय की मेहरबानी बनी है। पांच लाख जुर्माना और तीन साल केंद्र नहीं बनाने से जुड़ी कार्रवाई की गई है, मगर अभी तक लापरवाही बरतने और परीक्षा की गोपनीयता भंग करने को लेकर प्राचार्या पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है।