जनसहयोग से नारायणा की प्राचीन बावड़ी की सफाई

-भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता की साक्षी

-जिले की अन्य तहसीलों में जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने मिलकर जल स्त्रोतों का किया कायाकल्प

 

 

उज्जैन। उज्जैन जिले में ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ अंतर्गत शनिवार को महिदपुर में भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता का साक्षी रहे ग्राम नारायणा में स्थित प्राचीन बावड़ी की साफ-सफाई स्थानीय नागरिकों द्वारा की गई। जिले के तालाबों, चेक डेम, स्टाप डेम, बावड़ियों व सार्वजनिक उपयोगी कूपों के गहरीकरण और मरम्मत के लिए आवश्यक गतिविधियां जनसहयोग के माध्यम से निरन्तर आयोजित की जा रही हैं।

अभियान में उज्जैन की विभिन्न तहसीलों में जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों द्वारा आसपास के जल स्त्रोतों का कायाकल्प किया जा रहा है। विभिन्न संगठनों और नागरिकों के माध्यम से शहर के कमल तालाब और पुलिस लाइन परिसर स्थित तालाब में भी जीर्णोद्धार कार्य किया गया। साथ ही स्थानीय जनता को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से दीवार लेखन का कार्य भी किया जा रहा है।

जनप्रतिनिधियों के साथ जनसहयोग जुटा-

नागदा में चंबल नदी स्थित चामुण्डा माता मन्दिर के तट पर अभियान के तहत साफ-सफाई की गई। इसमें जनअभियान परिषद और नवांकुर संस्था प्रस्फुटन समिति के सदस्यों द्वारा श्रमदान भी किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि नागदा के विधायक डॉ.तेजबहादुर सिंह चौहान भी कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके अलावा उन्हेल की ग्राम पंचायत झिरन्या, खाचरौद की ग्राम पंचायत बुरानाबाद, चापानेर, देवराखेड़ी, महिदपुर की ग्राम पंचायत झुटावद में भी घाटों की साफ-सफाई की गई।ग्राम पंचायत कायथा में बहादुर सिंह बोरमुंडला एवं अन्य गणमान्य नागरिक तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा प्राचीन बावड़ी की साफ-सफाई कर गाद और काई निकाली गई। बड़नगर के इंगोरिया में विधायक जितेन्द्र सिंह पण्ड्या की उपस्थिति में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पुरानी बावड़ी के सफाई कार्य और तालाब गहरीकरण कार्य में श्रमदान किया गया। इसके अलावा विधायक ने स्थानीय नागरिकों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलवाई।

113 में से 100 बावडियों में गहरीकरण-

जिले में स्थित बावड़ियों और सार्वजनिक उपयोग के कूपों में जन सहयोग से गाद और कचरा निष्कासन तथा साफ सफाई का भी काम अभियान के अंतर्गत सतत किया जा रहा है। जिले में 113 बावड़ियां हैं जिनमें गहरीकरण और मरम्मत का कार्य किया जाएगा। अभी तक जन-सहयोग से 100 बावड़ियों में गाद और कचरा निकालने तथा साफ-सफाई का काम किया गया है। अभी तक 86 ग्राम पंचायतों में अभियान के अन्तर्गत बावड़ियों का जीर्णोद्धार का कार्य किया गया है।

 

मनरेगा अंतर्गत 555 कार्य प्रगतिरत-

मनरेगा के अंतर्गत जल संरक्षण और संवर्धन में अभी तक 555 कार्य प्रगतिरत हैं। जिले की कुल 392 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत जल संरक्षण और संवर्धन का अभियान चल रहा है। जनपद पंचायत घट्टिया, खाचरौद, महिदपुर, उज्जैन, बड़नगर, तराना के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी तालाबों और बावड़ियों की साफ-सफाई कर गहरीकरण का कार्य जन-सहयोग से काफी उत्साहपूर्वक किया जा रहा है।