एलएलबी के छात्र का पुलिस हिरासत में मना बर्थडे दुकान में चोरी के लिये इंदौर से किराये पर लेकर आये थे कार

उज्जैन। एलएलबी के छात्र ने दोस्तों को बर्थडे पार्टी देने के लिये चोरी की योजना बनाई और किराना दुकान पर काम करने वाले नाबालिग को शामिल किया। चोरी के लिये इंदौर से किराये की कार लेकर आये। 3 लाख का किराना सामान और हजारों की नगदी चोरी करने के बाद किराये का मकान लेकर सामान छुपा दिया। बड़नगर थाना क्षेत्र के खौफ दरवाजा पर अग्रवाल एजेंसी किराना दुकान का संचालन कस्बे में रहने वाले पल्लव पिता पवन अग्रवाल द्वारा किया जाता है। 29 मई की सुबह उन्होने अपनी दुकान खोली। अंदर सामान बिखरा हुआ था। वहीं गल्ला खुला था। घी, काजू, बादाम, अखरोट के साथ गुटके पाऊच, बीड़ी सिगरेट की पेटियां गायब थी। कैमरों का डीवीआर भी नहीं था। आसपास देखने पर दुकान के ऊपर लगा टॉवर का दरवाजा टूटा था। 3 से 4 लाख का किराना सामान और 85 हजार रूपये नगद चोरी होने पर पुलिस को सूचना दी गई। चोरी की बड़ी वारदात होने पर पुलिस ने बदमाशों का पता लगाने के लिये आसपास के सीसीटीवी कैमरे देखना शुरू किये। जिसमें बिना नबंर की अर्टिगा दिखाई दी। जिसमें कुछ युवक दिखाई दिये। पुलिस ने तलाश शुरू की और रविवार रात खौफ दरवाजा क्षेत्र में रहने वाले अक्षय उर्फ यश पिता हरीश प्रजापत 24 वर्ष, कृतिक पिता अनिल शर्मा 21 वर्ष के साथ 17 वर्षीय नाबालिग को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में तीनों ने चोरी करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर 3 लाख के लगभग का किराना सामान और 15 हजार के साथ अर्टिगा कार जप्त कर ली। सोमवार को पुलिस कंट्रोलरूम पर एएसपी ग्रामीण नितेश भार्गव और बड़नगर एसडीओपी महेन्द्रसिंह परमार की मौजूदगी में चोरी का पर्दाफाश किया गया। बड़नगर पुलिस ने तीनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से शेष रुपयों की बरामदगी के लिये एक दिन की रिमांड पर लिया है। 3 जून को मनाने वाले थे कर्तिक का बर्थडे तीनों के हिरासत में आने पर पुलिस ने चोरी का मकसद पता किया तो तीनों युवको ने बताया कि कर्तिक शर्मा एलएलबी का छात्र है। 3 जून को उसका जन्मदिन था। वह दोस्तों को पार्टी देने वाला था। जिसके चलते उसने चोरी की योजना बनाई। किराना दुकान में काम करने वाला नाबालिग उसका दोस्त था, जिसे चोरी में शामिल किया गया। वहीं नमकीन दुकान चलाने वाला अक्षय भी दोस्त की पार्टी के लिये चोरी में शामिल हो गया। तीनों ने दुकान के पास बन रहे मकान की छत पर चढ़ने के लिये पीछे रास्ते पर सीढ़ी लगाई टॉवर का दरवाजा तोड़कर दुकान में प्रवेश किया। सबसे पहले कैमरों की दिशा बदली, उसके बाद डीवीआर के तार काटकर उसे चोरी करने के बाद दुकान के गल्ले से रुपये चोरी कर सामान पर हाथ साफ किया। किराये से ली कार की नबंर प्लेट निकाली तीनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि कर्तिक ने इंदौर के बाणगंगा क्षेत्र में किराये का मकान ले रखा है। उसने इंदौर से ही किराये की अर्टिगा क्रमांक एमपी 09 झेड एच 5714 किराये से ली। बड़नगर पहुंचने से पहले नबंर प्लेट को निकाला और दुकान के पीछे पहुंचे। काजू, बादाम, सांची घी की 15, 5 और 1 किलो की बाल्टियां, सामान सब कार में रख लिया। उसके बाद तीनों इंदौर के लिये रवाना हुए है। बड़नगर से निकलने के बाद उज्जैन रोड पर कार की नबंर प्लेट को वापस लगा लिया। इंदौर पहुंचने के बाद किराये के मकान में चोरी किया सामान रखा और कार को ट्रेवल्स एजेंसी वाले को सौंप वापस बड़नगर लौट आये। पुलिस टीम का किया गया सम्मान 4 दिन में चोरी में शामिल तीनों युवको को पकड़ने और किराना के पूरा सामान बरामद कर मामले का खुलासा करने वाली पुलिस में शामिल एसडीओपी महेन्द्र सिह परमार, टीआई अशोक पाटीदार, एसआई राकेश चौहान, एएसआई प्रभुलाल मुनिया, नरेन्द्रसिंह भूरिया, भूरिया मोहरे, प्रधान आरक्षक राहुलसिंह राठौर, सायबर टीम का अग्रवाल परिवार द्वारा पुष्पमाला पहनाकर 21 हजार की राशि का चैक सौंपकर सम्मान किया।
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