इन्दौर के शहर और ग्रामीण अध्यक्षों को बदलने की कवायद

 

 

चुनाव बाद संघठन में व्यापक बदलाव को लेकर मिल रहे संकेत

इंदौर। चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस संगठन में बड़े फेरबदल होंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन होना है। जीतू पटवारी और भंवर जितेंद्र सिंह इसकी तैयारी में लगे हैं। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव परिणामों के प्रकाश में अनेक जिला अध्यक्ष और जिला प्रभारी बदले जाएंगे। जीतू पटवारी इस मामले में लगातार एक कार्य योजना को लेकर काम कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा और ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव की कार्यशैली से जीतू पटवारी बिल्कुल भी खुश नहीं हैं।
कांग्रेस के विधानसभा के अनेक प्रत्याशियों ने इन दोनों की शिकायतें की हैं। खबर है कि इन दोनों को हटाया जा सकता है। इसी आशंका के चलते सरदार चड्डा और सदाशिव यादव अपने आका दिग्विजय सिंह की शरण में हैं। दिग्विजय सिंह हालांकि इस समय चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं लेकिन पता चला है कि उन्होंने इस मामले में दिलचस्पी ली है। सुरजीत सिंह चड्डा और सदाशिव यादव दोनों ही दिग्विजय सिंह के समर्थक माने जाते हैं।
इसलिए देखना दिलचस्प होगा कि यह दोनों अपनी कुर्सी बचा पाते हैं या नहीं। कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि सुरजीत सिंह चड्डा एक बार अपनी कुर्सी बचा सकते हैं लेकिन सदाशिव यादव का जाना लगभग तय माना जा रहा है। उनके स्थान पर रामेश्वर पटेल के बड़े बेटे और सत्तू पटेल के भाई राधेश्याम पटेल का नाम चल रहा है।

निगम के घोटालों पर क्यों मोन स्थाई संगठन —

इंदौर नगर निगम में एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं। इंजीनियर अभय राठौर के घोटाले ने सबको विस्मित कर दिया है। इससे पता चलता है कि स्वच्छता में नंबर वन आने के शोर शराबे की आड़ में निगम का अमला कितना भ्रष्टाचार कर रहा था ? नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर नगर निगम के भ्रष्टाचार के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए विशेष जांच दल बनाया है।
इस जांच दल की कार्रवाई के बाद अनेक घोटाले सामने आए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस इस मामले में आंदोलन नहीं कर रही है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे और शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा बयानबाजी और सोशल मीडिया पर कमेंट लिखकर काम चला रहे हैं। दरअसल, निगम में हो रहे घोटाले बहुत बड़ा मुद्दा है।
कांग्रेस को इसके खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन करने की आवश्यकता है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी केवल बयान बाजी से ही काम चला रहे हैं। निश्चित रूप से विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस इस घोटाले को उठाएगी, लेकिन यदि वो इस मुद्दे पर अभी से आंदोलन करेगी तो विधानसभा में उसका विरोध और प्रभावी साबित हो सकेगा।
इंदौर में ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस को लगातार आंदोलन करना चाहिए लेकिन कांग्रेस का संगठन इतना कमजोर और लचर है कि वो कुछ नहीं कर पाती।

नए सिरे से युवा कांग्रेस को बनाया जाएगा मजबूत —

प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद युवा कांग्रेस संगठन को और मजबूत बनाने में जुटने जा रहा है। डा. विक्रांत भूरिया के पद छोड़ने के बाद प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने मितेंद्र दर्शन सिंह यादव संगठन के पदाधिकारियों के साथ पहली बड़ी बैठक करने जा रहे हैं।
यह बैठक आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल में होने जा रही है। इसमें प्रदेश भर के पदाधिकारियों, जिला एवं विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्षों को बुलाया गया है। इस दौरान मितेंद्र पदाधिकारियों से एक-एक कर संगठनात्मक गतिविधियों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया कि पदाधिकारियों से संवाद कर यह जानने की कोशिश करेंगे कि संगठन को और अधिक सुदृढ़ कैसे बनाया जाए।
कोशिश है कि युवा कांग्रेस देश में अपनी एक अलग पहचान बनाए, जो आक्रामक भी हो और रचनात्मक होने के साथ अपने सामाजिक सरोकार के माध्यम से आम जनमानस से भी सीधे जुड़े। इस बैठक में नवनियुक्त युवा कांग्रेस अध्यक्ष सभी प्रदेश पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों के कामकाज की समीक्षा भी करेंगे।