विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय सभी को एक सूत्र में बांधना अत्यंत आवश्यक – कुलगुरु

-नई शिक्षा नीति क्रियान्वयन

 

-विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा दिनांक 24 मई 2024 को प्राचार्य सम्मेलन (प्रिंसिपल कॉनक्लेव) का आयोजन

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा प्रवेश में व्यापक वृद्धि हेतु 22 मई से 2 जून तक विश्वविद्यालय चलो अभियान नए तरीके से प्रारम्भ लिया जा रहा है। इसी तारतम्य मे विश्वविद्यालय 24 और 25 मई को मेगा जॉब फेयर, कैरियर काउंसलिंग, प्रतिभा सम्मान का आयोजन करने का रहा है।

इस शृंखला में 24 मई को करियर काउंसलिंग एवं जॉब फेयर के उद्घाटन के बाद प्राचार्य सम्मेलन (प्रिंसिपल कॉनक्लेव) का आयोजन किया जा रहा है, जो दोपहर 12 से 1 बजे के बीच होगा, इस सम्मेलन का विषय “विद्यार्थियों के समग्र विकास में एनईपी 2020 की भूमिका” रखा गया है। इस आयोजन के बारे में बताते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय का एक सूत्र में बांधना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के ये तीनों स्रोत राष्ट्र निर्माण के अभिन्न अंग हैं, इसलिए इनका एक सूत्र में बंधकर कार्य करना आवश्यक है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का क्रियान्वयन करने के लिए विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में आपसी सामंजस्य की अत्यधिक आवश्यकता है जिससे इस नीति को लागू करने का उद्देश्य पूर्ण हो सके। कॉनक्लेव में उज्जैन संभाग और विक्रम विश्वविद्यालय के परिक्षेत्र में आने वाले महाविद्यालय और उज्जैन जिले के विद्यालयों के प्राचार्य भाग लेंगे।

विद्यार्थी लाभान्वित हों ऐसे आयोजन में तत्पर-

कुलसचिव डॉक्टर अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय ऐसे आयोजन के लिए सदैव तत्पर रहता है जिससे विद्यार्थी लाभान्वित। हो सके। कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय का यह भी प्रयास है कि इस सम्मेलन के साथ में विद्यालयों और महाविद्यालयों के प्राचार्यों और शिक्षकों को विश्वविद्यालय में संचालित विविध विषय क्षेत्रों से जुड़े दो सौ अस्सी से अधिक पाठ्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी, जिससे ये जानकारी अधिक से अधिक विद्यार्थियों तक पहुंच सके।