राजमाता माधवी राजे सिंधिया का माधव राव की समाधि के पास अंतिम संस्कार, महल में अंतिम दर्शन को उमड़े लोग

दैनिक अवन्तिका ग्वालियर

राजमाता माधवी राजे सिंधिया को श्रद्धांजलि देने के लिए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय व प्रहलाद पटेल भी रानी महल पहुंचे। तीनों ही लोगों ने माधवी राजे सिंधिया के अंतिम दर्शन किए और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। ये सभी लोग माधवी राजे की अंतिम यात्रा में भी शामिल हो रहे हैं।

माधवीराजे सिंधिया की पार्थिव देह विशेष विमान से ग्वालियर आई। रानी महल में माधवीराजे सिंधिया के अंतिम दर्शनों के लिए लोगों का तांता लग गया। सभी लोगों ने नम आंखों से माधवीराजे सिंधिया को पुष्पांजलि अर्पित की।

विमानतल से विशेष वाहन से पार्थिव देह को रानी महल ले जाते समय केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी मां के साथ बैठे रहे और उन्हें ही निहारते रहे। माधवीराजे सिंधिया की पार्थिव देह रानी महल पहुंचने के बाद लोग उनके अंतिम दर्शनों के लिए उमड पड़े। सभी लोग लाइन से माधवीराजे के दर्शन कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह नौ बजे दिल्ली में निधन हो गया। 75 वर्षीय माधवी राजे लंबे समय से बीमार थीं। बीते दो माह से वह दिल्ली के एम्स में ही भर्ती थीं और यहीं सुबह 9 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

माधवी राजे सिंधिया के कोरोना काल से ही बीमार होने की खबरें आ रहीं थीं। पिछले दो माह से उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई थी। उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। पांच मई को उनकी हालत अत्याधिक बिगड़ने की सूचना मिलने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मुंगावली में चुनावी सभा के बाद दिल्ली रवाना हो गये थे। उनके पुत्र महान आर्यमान अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द कर दिल्ली पहुंच गये थे। माधवी राजे सिंधिया की बेटी चित्रांगदा भी जम्मू-कश्मीर से दिल्ली पहुंच गईं थीं। प्रियदर्शनी राजे सिंधिया तीन मई को चुनाव प्रचार छोड़कर शिवपुरी से दिल्ली से निकल गईं थीं।

राजमाता व माधव राव सिंधिया की समाधि के पास अंतिम संस्कार
थीम रोड पर स्थित अम्मा महाराज की छत्री में राजमाता विजयाराजे सिंधिया व पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया की समाधि हैं। इसी स्थान पर मां-बेटे का अंतिम संस्कार हुआ था। दाह संस्कार के लिए चबूतरा पहले से बनकर तैयार है। यहीं पर अंतिम संस्कार हुआ।

सीएम डॉ. मोहन यादव, पूर्व सीएम कमल नाथ और दिग्विजय सिंह सहित कई विशिष्ट लोगों ने शोक जताया
शिवराज सिंह ने कहा कि वह सक्रिय राजनीति में नहीं थीं लेकिन ग्वालियर की जनता की चिंता उन्होंने हमेशा की। सीएम डॉ. मोहन यादव, पूर्व सीएम कमल नाथ और दिग्विजय सिंह सहित कई विशिष्ट लोगों ने शोक जताया है। गुरुवार को पार्थिव देह नई दिल्ली से ग्वालियर लया गया। अम्मा महाराज की छत्री में राजमाता विजयाराजे सिंधिया व स्व. माधव राव सिंधिया की समाधि के पास अंतिम संस्कार हुआ। माधवी राजे पूर्व मंत्री यशोधरा राजे और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की भाभी थीं।