दैनिक अवंतिका उज्जैन। उज्जैन में गर्मी धीरे-धीरे अपना प्रचंड रूप धारण कर रही है। लोगों के मन में अब यह सवाल है कि मई अभी से तप रहा है तो रोहिणी में क्या होगा। आपको बता दे कि 25 मई से रोहिणी लग रही है। सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आते ही गर्मी तेज होगी। इन दिनों में सूरज आग उगलता है।  
इसलिए रोहिणी के शुरुआती 9 दिन तापमान सबसे अधिक होता है। इसलिए इसे नौपता कहते हैं। ज्योतिष की दृष्टि से समझे तो इन दिनों में सूर्य व पृथ्‍वी के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है। इसलिए सूर्य की गर्मी सीधे पृथ्वी पर पड़ती है जो कि लोगों के लिए असहनीय हो जाती है। रोहिणी में कहते हैं अच्छो-अच्छो के पसीने छूट जाते हैं।
25 मई से शुरू होकर 2 जून तक रहेगी रोहिणी 
– सूर्य जब भ्रमण कर रोहिणी नक्षत्र में आते हैं तो इसे रोहिणी कहते हैं। 
– रोहिणी नक्षत्र 27 नक्षत्रों में से एक है।    
– इस बार 25 मई की सुबह 3 बजकर 16 मिनट पर सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।  
– उसके बाद 2 जून को सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में जाएंगे। 
– रोहिणी के शुरू के 9 दिन सबसे भीषण गर्मी के होते हैं। 
– नौतपा ज्येष्ठ मास में ही आता है। कहते हैं ज्येष्ठ की गर्मी से सबसे तपाने वाली होती है।  
नौतपा में सूर्य आराधना व 
ठंडे पदार्थों का सेवन करें
नौतपा में सूर्य देव अपनी प्रचंड मुद्रा में होते हैं इसलिए इस समय सूर्य की आराधना करनी चाहिए। इससे भीषण गर्मी के दौरान हम स्‍वस्‍थ रहते हैं। सूर्य की पूजा से सुख समृद्धि मिलती है। इन दिनों में लोग जल, दूध, नारियल पानी जैसे ठंडे पदार्थों का सेवन करें।