इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी की हत्या में चौकाने वाला खुलासा-पत्नी व भांजी ने 6 लाख रुपए में सुपारी देकर करवाई थी हत्या-पत्नी सहित तीन आरोपी पकड़ाए, एक फरार

दैनिक अवंतिका उज्जैन। उज्जैन के जीवाजीगंज थाना क्षेत्र में 11मई की सुबह हुई जूना सोमवारिया  निवासी इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी मिश्रीलाल की हत्या के मामले का रविवार शाम एसपी प्रदीप शर्मा ने कंट्रोल रूम पर पत्रकार वार्ता के दौरान खुलासा करते हुए बताया की इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी की उसकी पत्नी और भांजी ने ही  षड्यंत्र रच हत्या करवाई थी। पत्नी कृष्णा बाई और भांजी माया ने ही इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी मिश्रीलाल राठौर की 6 लाख रुपए में सुपारी देकर उसकी हत्या करवाई थी। इसके लिए पत्नी व भांजी ने परिचित गोपाल चौधरी को 6 लाख रुपए  हत्या करने की सुपारी दी थी तथा दोनों के द्वारा चार-पांच महीने पहले यह हत्या की साजिश रची गई थी। आरोपी गोपाल चौधरी ने इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी की हत्या करने के लिए इंगोरिया थाना क्षेत्र के ग्राम कुलावदा निवासी करन सोलंकी को 2 लाख रुपए मैं तैयार किया  था तथा दस हजार रुपए करन को एडवांस के तौर पर दिए गए थे । साथ ही इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी मिश्रीलाल के घर की मुख्य चैनल की चाबी भी करन को हत्या करने के लिए उपलब्ध करवाई गई थी घटना वाले दिन करन सोलंकी उक्त चाबी लेकर मृतक के घर पहुंचा और चेनल का ताला खोलकर घर में प्रवेश किया तथा चैनल पर वापस ताला लगा दिया था और करन घर के अंदर व्यापारी के मॉर्निंग वॉक  से लौटने  का इंतजार कर रहा था। जैसे ही इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी मिश्री लाल राठौर मॉर्निंग वॉक से वापस घर लौटा और चैनल का ताला खोलकर सीढ़ियों द्वारा ऊपर पहुंचा तो वहां पहले से ही घात लगाकर बैठे करन ने मिश्रीलाल पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में घायल मिश्रीलाल सीढियाां से लुुढ़कते हुए नीचे गिर गया जिसे परिजन व आसपास के लोग अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया। जीवाड़ीगंज थाना पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों  की तलाश शुरू कर दी थी और चंद  घंटों में पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर पत्नी कृष्णा बाई व भांजी माया व गोपाल चौधरी को हिरासत में ले लिया है तथा आरोपी करन अभी भी फरार बताया जा रहा है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही हैै। बताया जाता है कि गोपाल चौधरी के खिलाफ पूर्व में भी हत्या का एक मामला इंगोरिया  थाने में दर्ज है
बेटा क्रिकेट खेलने गया इधर पिता की हत्या हो गई
इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी मिश्रीलाल व उसकी पत्नी कृष्णा बाई दोनों अलग अलग रहते थे तथा बेटा लोकेश राठोर अपने पिता मिश्रीलाल के साथ ही रहता था और पत्नी कृष्णा बाई के साथ भांजी माया मिश्रीलाल के ही अलग मकान में रहती थी। हत्या वाले दिन मिश्रीलाल का बेटा क्रिकेट खेलने गया था और इसी दौरान लोकेश के पिता पर हमला हो गया और उसकी हत्या कर दी।
पत्नी को चिंता थी कि कहीं उसका पति उसे संपत्ति से बेदखल ना कर दे
घटनाक्रम के संबंध में जानकारी जुटाई गई तो उक्त तथ्य प्रकाश में आया कि मृतक मिश्रीलाल राठौर तथा उसकी पत्नी कृष्णाबाई के बीच में आपसी चरित्रशंका को लेकर काफी समय से अनबन चल रही थी। जिसके कारण दोनों ही अलग-अलग मकानों में रह रहे थे। मृतक अपने पुत्र लोकेश राठौर के साथ रहता था तथा कृष्णाबाई अपनी भांजी माया के साथ मृतक के अन्य मकान में रहती थी, इसी को लेकर पत्नी कृष्णा बाई व भांजी माया ने मिश्रीलाल की हत्या का षड्यंत्र रचा और सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी। पत्नी कृष्णा बाई को यह चिंता भी सता रही थी कि कहीं उसका पति मिश्रीलाल उसे संपत्ति से बेदखल न कर दे। कृष्णा बाई मिश्रीलाल के जिस मकान में रह रही थी उसे भी मिश्रीलाल खाली करवाना चाहता था और पत्नी चाहती थी कि मिश्रीलाल की सारी संपत्ति उसकी हो जाए।
सुपारी लेने वाला पहले भी इंगोरिया थाना क्षेत्र में कर चुका है हत्या
एक आरोपी गोपाल चौधरी पिता देवी सिंह चौधरी निवासी मोहनपुरा के खिलाफ इंगोरिया थाने में एक हत्या का मुकदमा दर्ज है तथा मृतक की पत्नी कृष्णा बाई पर भी जीवाजीगंज थाने में एक मामला दर्ज है।

चंद घंटों में हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसपी ने नगद

इनाम से नवाजा

चंद घंटों में हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसपी प्रदीप शर्मा ने 20 हजार रुपए का नगद इनाम दिया है । एसपी ने बताया कि घटना वाले दिन मोबाइल का सर्वर भी डाउन था ऐसे में हत्या के आरोपियों तक पहुंचाने के लिए पुलिस टीम ने काफी मेहनत की ओर चंद घंटों में पुलिस टीम बगैर टेक्निकल सुविधाओं के आरोपियों तक पहुंच गई और पूरे मामले का खुलासा कर दिया। हत्या का खुलासा करने में एमएस परमार अनुविभागीय पुलिस अधिकारी बड़नगर, एनबीएस परिहार, थाना प्रभारी जीवाजीगंज, सउनि प्रतीक यादव, प्रभारी रासी स.वेदप्रकाश साहू, स.दौलत सिंह रावत, स.अ.सुरेन्द्र सिंह पँवार, स. /ओ लोकेंद्र सिंह बेस पीआर प्रम समरवाल, पीआर सोमेंद्र दुबे, पीआर महेश जाट, पीआर राजपाल चंदेल क्राइम ब्रांच पीआर रूपेश बिडवान, पीआर कुलदीप भारद्वाज, आर अनिल पंचोली, आर गुलशन चौहान, आर.एस. राहुल पांचाल, आर.के. मनीष यादव, पीआर सर्वेश भदोरिया, आर.एस. श्याम सिंह, आर.के. दीपांशु, आर.के. श्री ओम भदोरिया, आर देवेन्द्र भाईसानिया, आर चालक प्रदीप ने प्रमुख भूमिका निभाई है।