चिमनगंज के बाद महाकाल पुलिस ने दर्ज किया धोखाधड़ी का प्रकरण निरंजनी अखाड़े से निष्कासित मंदाकिनी ने दिया था आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का झांसा

उज्जैन। संत समाज का चोला ओढ़कर संतों को ही ठगने वाली मंदाकिनीपुरी की धोखाधड़ी का शिकार हुए संत अब आगे आने लगे है। शुक्रवार को जयपुर से आये महामंडलेश्वर ने आचार्य महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर 8.90 लाख की राशि ठगने का प्रकरण महाकाल थाने में दर्ज कराया है। 6 मई को चिमनगंज पुलिस ने मंदाकिनी जोशी और हरिद्वार के अश्विन चौधरी के खिलाफ धारा 420, 34 का प्रकरण दर्ज किया था। आशंका है कि आगामी दिनों में कुछ ओर संत सामाज के लोग उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकते है। सांदीपनी आश्रम के सामने नागचंद्रेश्वर मंदिर परिसर मुरली रेस्टोरेंट के पास निवास करने वाली निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर मंदाकिनीपुरी उर्फ ममता जोशी के खिलाफ शुक्रवार को जयपुर निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने अपने साथ आचार्य महामंडलेश्वर की उपाधि दिलाने के नाम पर 31 मार्च 2023 से नवंबर 2023 के बीच सात माह के दौरान 8.90 लाख रूपये आॅनलाइन लेने और धोखा देने की शिकायत महाकाल थाने पहुंचकर दर्ज कराई। महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने मंदाकिनी के साथ उसके साथी अश्विन चौधरी हरिद्वार उत्तराखंड का नाम भी शिकायत में अंकित कराया है। शिकायत दर्ज कराने से पहले जयपुर के महामंडलेश्वर ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी महाराज को भी अपने साथ हुई धोखाधड़ी से अवगत कराया था। महाकाल थाने के एसआई भंवरसिंह निगवाल ने बताया कि शुक्रवार को दर्ज किये गये प्रकरण की शनिवार से जांच शुरू की जाएगी। जांच के दौरान धोखाधड़ी में शामिल कुछ ओर नाम सामने आ सकते है। महामाया आश्रम के मंहत से ठगे थे 7.50 लाख मंदाकिनीपुरी ने मंगलनाथ मंदिर के पास कमेड़ मार्ग पर महामाया आश्रम के मंहत सुरेश्वरानंदपुरी को महामंडलेश्वर की उपाधि दिलाने का झांसा अश्विन चौधरी के साथ मिलकर दिया था और 7.50 लाख रूपये ले लिये थे। मंहत सुरेश्वरानंदपुरी अपने आश्रम से गौसेवा, सनातन धर्म की रक्षा और परोपकार का काम करते है। जब उन्हे महामंडलेश्वर की उपाधि नहीं मिली तो अपने साथ धोखा होने का अहसास होते ही 6 मई को चिमनगंज थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। मंहत सुरेश्वरानंदपुरी ने शिकायत से पहले अखाड़ा परिषद और निरंजनी अखाड़े के मुख्यालय हरिद्वार के प्रमुखों से भी चर्चा की थी। पुलिस ने मंहत की शिकायत पर धोखाधड़ी की धारा 420, 34 में प्रकरण दर्ज किया गया था। मंदाकिनीपुरी बोली पानी समझकर पी लिया था फिनाइल गौरतलब हो कि चिमनगंज पुलिस द्वारा मंहत सुरेश्वरानंदपुरी की शिकायत पर प्र्रकरण दर्ज किये जाने के बाद मंदाकिनीपुरी ने 7 मई की सुबह अपने निवास स्थल नागचंद्रेश्वर मंदिर परिसर में फिनाइल पी लिया था। जिसे उपचार के लिये जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। शुक्रवार शाम चिमनगंज थाना एएसआई शंकरलाल कनोजिया उक्त मामले में बयान दर्ज करने अस्पताल पहुंचे तो मंदाकिनीपुरी ने पानी समझकर गलती से फिनाइल पीने की बात कहीं। बताया जा रहा है कि जल्द डॉक्टरों द्वारा मंदाकिनीपुरी को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। जिसके बाद पुलिस हिरासत में लेकर धोखाधड़ी के संबंध में पूछताछ शुरू करेगी।