रोजगार भी किया और 110 किमी जाकर मतदान भी

-कालूराम का परिवार मतदाता जागरूकता का प्रेरक उदाहरण

-परिवार ने दो भाग में जाकर राजगढ संसदीय क्षेत्र के निर्वाचन में हिस्सेदारी की

उज्जैन। उज्जैन में रहकर चाय की गुमटी चलाकर परिवार का गुजर बसर करने वाले कालूराम जी 61 वर्ष का परिवार मतदान के प्रति जागरूकता का उदाहरण है। मूलत: राजगढ संसदीय क्षेत्र के निवासी इस मतदाता और इसके परिवार ने मतदान के दिन अपनी दुकान भी चलाई और अपने मतदान केंद्र पर 110 किलोमीटर की यात्रा कर मतदान भी किया है। इसके लिए एक दिन पूर्व से ही योजना बनाकर परिवार ने दो भाग में जाकर मतदान भी किया और रोजगार भी जारी रखा।

उज्जैन के देवास रोड स्थिति स्टेट बैंक आफ इंदौर की माधवनगर शाखा के बाजू में चाय की दुकान चलाने वाले कालूरामजी आगर-मालवा जिले के नलखेडा तहसील अंतर्गत गुजरखेडी के निवासी हैं। उनका गांव सुसनेर विधानसभा और राजगढ संसदीय क्षेत्र में आता है। वे पिछले कई सालों से उज्जैन में ही रहकर अन्यानेक प्रकार की मजदूरी और अब चाय की दुकान का संचालन कर अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे हैं। उनकी चाय की दुकान के संचालन में पत्नी गोमताबाई 56 वर्ष और पुत्र श्यामलाल 30 वर्ष भी उनके सहयोगी हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान के प्रति जागरूक इस मतदाता ने खूद ही वोट नहीं दिया बल्कि अपनी पत्नी और बेटे को भी मतदान करने स्वयं के व्यय पर भेजा । तीनों ने ही मतदान किया है।

रोजगार भी जारी , मतदान भी किया-

कालूराम जी बताते हैं कि मतदान को लेकर वे युवावस्था से ही काफी गंभीर रहे हैं। इसी के तहत 6 मई को ही परिवार ने मतदान करने जाने की योजना के तहत मुझे उज्जैन से शाम को ही रवाना कर दिया गया। सुबह मतदान शुरू होते ही मैने मतदान किया और उसके बाद बस पकड कर उज्जैन आ गया। इस दौरान चाय की दुकान मेरी पत्नी गोमताबाई और पुत्र श्यामलाल ने संचालित की। सुबह 10 बजे उज्जैन पहुंचकर फिर चाय की दुकान मैने संभाल ली और पत्नी पुत्र को मतदान करने के लिए गांव रवाना कर दिया। दोनों मतदान दिवस पर ही उज्जैन से गांव गुजरखेडी पहुंचे और मतदान में हिस्सेदारी कर शाम को ही उज्जैन के लिए रवाना हो गए। विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने इसी तरह से मतदान में हिस्सेदारी की थी।

पुत्र सिविल इंजीनियर-

मतदान के प्रति उदासीन रहने वाले पढे लिखे युवाओं के लिए कालूराम जी का पुत्र श्यामलाल एक उदाहरण है। श्यामलाल पिता  की चाय की दुकान संचालन में सहयोग करता है। उसने सिविल इंजीनियर तक पढाई की है और वह डिग्रीधारी युवा है। मतदान के प्रति पुरी तरह से वह भी गंभीर सोच रखता है। उसका कहना है कि हर युवा को मतदान के प्रति सजग रहना चाहिए। इसे राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्य के रूप में देखा जाना चाहिए ।