पृथ्वी को सुरक्षित रखने के लिये पर्यावरण को सहेजना जरूरी- परिहार

तराना। वृक्षों की अंधाधुद कटाई एवं प्लास्टीक के बेतहाशा उपयोग के कारण पर्यावरण पर बेहद विपरीत प्रभाव पड़ रहा है । जल का दुरूपयोग भी पृथ्वी को लगातार प्रदुषित कर रहा है । वाहन एवं उद्योगो से होने वाले कार्बन उत्सर्जन के बढ़ते स्तर के कारण हम एक भयावह स्थिती की ओर अग्रसर हो रहे है । पृ?थ्वी को सुरक्षीत रहखने के लिये पर्यावरण को सहेजना अति आवश्यक है । उपरोक्त बात विश्व पृथवी दिवस पर शासकीय नवीन हाई स्कूल तराना में आयोजित पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की रूप में उपस्थित पर्यावरणवीद शिक्षक देवीसिंह परिहार ने कहीं। परिहार ने उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधीत करते हुए कहा कि पर्यावरण को संरक्षीत रखने हेतु सर्वाधिक उपयोग वृक्षारोपण है।परिहार ने अपने उद्बोधन में उपस्थित जनों से अपिल की की सभी ?फलों के बिजों विशेष कर, आम, जामुन, चिकु, निम की नीम्बोनी, पपीता के बिज, आदि को बारीश के मोसम में निर्जन स्थानों पर बिखेरे जिससे अनेक पोधे स्वयं ही बड़े हो जायगें।उपरोक्त कार्यक्रम को विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी बजरंग सिंह तोमर एवं विद्यालय प्रचार्य बृजेश कुमार शर्मा द्वारा भी सम्बोधीत किया गया।कार्यक्रम के दौरान देवीसिंह परीहार को उनके उल्लेखनीय पर्यावरणीय कार्यो के लिये सम्पानित भी किया गया।कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तराना में वृक्षारोपण भी किया गया।इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्य अशोक कुमार गहलोत, बी.एस. सौलंकी, शीतल पाण्डे, लियाकत अली, मधुलिका अग्रवाल, मेघा पण्डया के साथ ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे ।