दैनिक अवंतिका उज्जैन। सूर्य  शनिवार को मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही गरमी तेज होगी। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि सूर्य के मेष राशि में आने के बाद मेष संक्रांति की शुरुआत होती है और भीषण गरमी पड़ती है। यह बात अलग है कि उज्जैन शहर में शुक्रवार को हुई मावठे की बारिश से फिलहाल ठंडक बनी हुई है। 

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि 13 अप्रैल को सूर्य राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य अभी मीन राशि में भ्रमण कर रहे थे। अब मेष राशि में आ जाएंगे। इस कारण मेष संक्रांति पर्व मनेगा। पुराणों में लिखा है जिस दिन सूर्य राशि बदलता है उस दिन संक्रांति पर्व में तीर्थ में स्नान, दान व पुण्य करने का भी महत्व है। 

मेष में सूर्य उच्च के रहेंगे, अर्घ्य देने से बीमारियां दूर होगी 

सूर्य मेष राशि में उच्च के रहेंगे। इससे सूर्य का प्रभाव और ज्यादा बढ़ जाएगा। पुराणों के मुताबिक यह भी मान्यता है कि उच्च राशि में मौजूद सूर्य को अर्घ्य देने से बीमारियां दूर होने लगती हैं और उम्र भी बढ़ती है। 

मेष संक्रांति में बढ़ने लग जाती है गर्मी

मेष संक्रांति के शुरू होते ही गरमी तेज होने लग जाती है। इसका मुख्य कारण यह है कि इस समय सूर्य की रोशनी ज्यादा समय तक धरती पर रहती है, इसलिए गर्मी का मौसम शुरू हो जाता है। चैत्र और वैशाख के महीने में सबसे अधिक गरमी होती है। पुराणों में इस महीने जलदान करने का महत्व बताया है।