आयुष्मान योजना के नाम से अरविंदो अस्पताल ने की सरकार से अवैध वसूली

 

सुप्रीम कोर्ट गाइडलाइन की उड़ाई जाती है धज्जिया, 29 घण्टे तक मृत व्यक्ति को जीवित बताया, दलित नेता ने किया हंगामा तब जाकर मिला दलित का शव

इंदौर। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करते हुवें पिछले दिनों मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभी निजी अथवा शासकीय अस्पतालों के लिये फ़रमान जारी किया था कि किसी भी मरीज़ का शव पैसों के कारण रोका नहीं जा सकता। ऐसी स्थिति में मृतक के शव को अस्पताल के वाहन द्वारा गन्तव्य स्थान पर छोड़ना पड़ेगा।
दलित नेता मनोज परमार ने बताया कि वाल्मीकि समाज के सफाईकर्मी जितेंद्र पिता प्रकाश भाटी निवासी देवास रोड को ब्रेन हेमरेज के कारण 4 अप्रैल 2024 को अरविंदो हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था ।
जिसका गत 9 अप्रैल को सुबह 9 बजे देहांत हो गया था। अरविंदो हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने मृतक के परिवार वालों से कहा कि ऑपरेशन के 3 लाख रुपये आयुष्मान योजना के माध्यम से अप्रुअल आ जाये तो बॉडी 2 घण्टे में ले जाना। यह कह कर सारी फ़ार्मलिटी कर ली गई। यहाँ तक कि मृतक का डिस्चार्ज कार्ड तक बना दिया गया। फिर भी लगातार 2-2 घण्टे का दिलासा मृतक के परिजन को देते हुवे 29 घण्टे हो गये ।
अति होने पर मृतक परिजनों ने अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार को सूचना दी।
तत्काल दलित नेता परमार अपने पदाधिकारीयों को लेकर अरविन्दो हॉस्पिटल पहुँचे । हंगामा खड़ा कर दिया। मौजूद डॉक्टरों ने गलती मान परिजनों से माफ़ी माँगी और शव को सभी मीडिया बंधुओं के समक्ष परिजनों को सौप दिया।
हॉस्पिटल प्रबंधन ने मृतक जितेंद्र का डिस्चार्ज कार्ड 9 अप्रैल 2024 को सुबह 9 बजे बना दिया था और मरीज को दिनांक 10 अप्रैल को 2024 के दोपहर 1 बजे तक अर्थात् 29 घण्टे तक मृतक के शव को नही दिया।

दलित कार्यकर्ता से मारपीट, डॉ विनोद भंडारी ने मांगी माफी

हंगामे के दौरान हॉस्पिटल संचालक विनोद भण्डारी के कहने पर वहाँ पर मौजूद गार्डों ने दलित कार्यकर्ता लखन देपाले की पिटाई कर दी और उसके कपड़े फाड़ दिये । पीड़ित लखन थाना बाणगंगा विनोद भण्डारी की रिपोर्ट लिखाने पहुँचा तो विनोद भण्डारी ने अपनी गलती मानते हुवे घायल से माफ़ी माँगी तब जाकर मामला शांत हुआ।
इस दौरान मुख्य रूप से मृतक परिजनों के साथ धन्नालाल सोलंकी,ईश्वर सिसोदिया,मनोज राजू परमार , संतोष अलोने, योगेश आंजना, प्रशांत चौहान, ऋषित मालवीय, मनोज मालवीय,दिनेश हिरवे,दिनेश कुलपारे, लखन देपाले, दादू ठाकुर, विशाल सारवान,सुरेश भदौरिया,लक्ष्मण खेड़े, रिक्कू सोनी, धर्मेंद्र गुर्जर, सुरेश कदम, राजेश सिसोदिया सहित सैकड़ों की संख्या में समाजजन उपस्थित थे।