भस्मारती के नाम पर श्रद्धालुओं को ठगने वाले दो लोगों पर कार्रवाई

महाकाल मंदिर प्रशासक ने हर्ष जोशी और ब्रजेश तिवारी का प्रवेश रोका

दैनिक अवन्तिका उज्जैन

महाकाल की भस्मारती की अनुमति कराने के नाम पर श्रद्धालुओं को ठगने वाले दो लोगों पर शनिवार को मंदिर समिति ने सख्त कार्रवाई की। प्रशासक मृणाल मीना ने मामले में दो लोगों का नोटिस जारी कर मंदिर में प्रवेश रोक दिया है।
समिति के प्रशासक मीना ने बताया कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर भस्मारती अनुमति पर रोज नजर रखी जा रही है। इस दौरान मंदिर से जुड़े दो लोग ऐसे पकड़ाए जिन्होंने श्रद्धालुओं से समिति द्वारा तय राशि से कई गुना अधिक राशि वसूल कर ठगी की। इस मामले में शिकायत के बाद समिति के अधिकारियों ने तुरंत जांच की और पाया कि हर्ष जोशी एवं ब्रजेश तिवारी नामक दो व्यक्तियों ने यह ठगी की है। उनके खिलाफ समिति ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महाकाल मंदिर सहित परिसर के मार्ग में उनका प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया गया। साथ ही दोनों के विरुद्ध अन्य स्तर पर भी कार्रवाई की जा रही है।

पंडितों से लेकर हर तरह से होने वाली अनुमति चेक की जा रही
नए प्रशासक मीना ने आते ही मंदिर की दर्शन व्यवस्था में सुधार के लिए सख्ती कर रखी है। उन्होंने संबंधि लोगों और पंडे-पुजारियों से लेकर हर स्तर पर होने वाली भस्मारती की अनुमति को चेक किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के साथ होने वाली ठगी और गड़बड़ी को रोकने के लिए समिति हर संभव प्रयास कर रही है।
महाकाल दर्शन नि:शुल्क लेकिन भस्मारती
के 200 रुपए समिति प्रति श्रद्धालु लेती है
मंदिर प्रशासक मीना ने बताया कि हर्ष जोशी एवं ब्रजेश तिवारी नामक दोनों अनाधिकृत व्यक्ति मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से अधिक राशि लेकर महाकाल दर्शन और भस्मारती की अनुमति करवा रहे थे। जबकि भगवान महाकाल के दर्शन नि:शुल्क हैं और भस्मारती की अनुमति के लिए भी समिति प्रति श्रद्धालु से मात्र 200 रुपए ही लेती है। समिति का अनुरोध है कि कोई भी श्रद्धालु किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को मंदिर दर्शन व भस्मारती के रुपए न दे।