एमपी का पहला शहर उज्जैन जहां एक दिन छोड़कर पेयजल आपूर्ति शुरू : पानी के लिए पहले ही दिन त्राहिमाम

कई इलाकों में कम दबाव से जलप्रदाय, लोगों का कोप फूटा

ब्रह्मास्त्र. उज्जैन

अभी गर्मी ने अपने तीखे तेवर दिखाए ही नहीं हैं और उज्जैन में एक दिन छोड़कर पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी है। उज्जैन, एमपी का पहला शहर बन गया है जहां अभी से एक दिन छोड़कर पीने का पानी देना शुरू कर दिया है। आज उज्जैन उत्तर की बारी थी परंतु पहले ही दिन कई इलाकों में पेयजल के लिए त्राहिमाम की स्थिति बनी। नगर निगम ने मार्च माह के अंतिम दिन एक दिन छोड़कर पीने का पानी सप्लाई करने का निर्णय किया है। पीएचई ने नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक को यह प्रस्ताव भेजा था। रविवार को निगम आयुक्त ने समीक्षा बैठक बुलाई और सोमवार से शहर में एक दिन छोड़कर पेयजल देने का फैसला किया। गंभीर डेम पानी का स्तर तेजी से कम होता जा रहा है। शिप्रा नदी से भी इस बार पानी फिल्टर कर नहीं लिया जा रहा है।

शिप्रा नदी का प्रदूषित पानी खाली कर दिया है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के आदेश पर सुबह उत्तर और शाम को दक्षिण क्षेत्र में जलप्रदाय हो रहा था। इससे पानी की टंकियां पूरी तरह से भर नहीं पा रही थी। इसलिए 1 अप्रैल 2024 से संपूर्ण शहर में प्रतिदिन के स्थान पर एक दिन छोड़कर जल प्रदाय करने का निर्णय हुआ। 1 अप्रैल 2024 को उज्जैन उत्तर क्षेत्र में निर्धारित समय प्रातः 7:30 से 8:30 तक। 2 अप्रैल 2024 को उज्जैन दक्षिण क्षेत्र में पूर्व निर्धारित समय अनुसार प्रातः 5:30 से 6:30 तक जलप्रदाय किया जाएगा। आगामी आदेश तक इसी क्रम में जलप्रदाय जारी रहेगा। इंदिरानगर खिलचीपुर और कानीपुरा टंकी तथा वार्ड क्रमांक 2 के डायरेक्ट सप्लाई वाले क्षेत्रों में उज्जैन दक्षिण क्षेत्र के साथ-साथ जलप्रदाय किया जाएगा। प्रदेश के अन्य किसी शहर ने यह व्यवस्था शुरू नहीं की है। उज्जैन पहला शहर है जो पीने का पानी बचाने के लिए कोशिश कर रहा है।