April 27, 2024

 

खरगोन। शहर की कुंदा नदी के तट स्थित बड़घाटेश्वर मंदिर क्षेत्र में सफेद कौआ दिखाई दिया है। यहां आसपास के लोगों के लिए यह चर्चा का विषय है, क्योंकि अमूमन कौआ काला ही होता है। यहां के लोगाें का कहना है कि पिछले चार दिन से सफेद कौआ दिखाई दे रहा है। कई लोगों ने फोटो व वीडियो भी बनाए हैं। वह सफेद कौए के दर्शन को अपना भाग्य समझ रहे हैं।
लोगों का कहना है कि यहां देशभर में गर्मी के लिए जाने वाले निमाड़ में सफेद कौआ मिलना अजूबे से कम नहीं हैं। पीजी कालेज की प्राणी शास्त्र की प्रोफेसर शैली जोशी का कहना है कि भारत के अधिकांश क्षेत्रों में काले कौआ ही पाए जाते हैं। केरल के कुछ क्षेत्र में सफेद रंग के कौआ मिलते हैं। सफेद कौआ अधिकांश उत्तरी अमेरिका, यूरोप व एशिया महाद्वीप में पाए जाते हैं।
उन्होंने सफेद कौआ के बारे में बताया कि जिस तरह से साइबेरियन भारत में आते हैं। उसी तरह से सफेद कौआ भी यहां पहुंचा है। सफेद कौआ सामान्य तापमान 20 से 30 डिग्री के बीच ही रह सकता है। ज्यादा गर्मी सहन नहीं कर पाएगा। सफेद कौआ यहां अपने आप को सामान्य तापमान में ही जीवित रख सकता है। गर्मी में ज्यादा रहा तो उसकी मौत हो सकती है।
प्रोफेसर शैल जोशी ने कहा कि छह माह पहले उमरिया जिले में भी सफेद कौआ दिखाई दिया था। इसके बाद दो माह पहले बड़वाह क्षेत्र में सफेद कौआ दिखाई दिया था। संभवत: यहीं वह कौआ है जो उमरिया से बड़वाह और अब खरगोन आ पहुंचा है। उन्होंने कहा कि सफेद कौआ को 30 डिग्री तापमान में रखकर बचाया जा सकता है।