April 27, 2024

दैनिक अवन्तिका ब्रह्मास्त्र उज्जैन सिंहपुरी क्षेत्र में शहर की सबसे प्राचीन 5 हजार कंडों की होली सजाईं गई। शाम से रात तक यहां पूजन के लिए महिलाओं का तांता लगा रहा। पंडित अमर डब्बावाला, यशवंत व्यास, पंकज दुबे ने बताया सिंहपुरी की होली अति प्राचीन है। ऐसी मान्यता है कि आज भी यहां राजा भर्तृहरि होली तापने आते हैं। होली के ऊपर भक्त प्रहलाद के रूप में लाल ध्वज लगाया जाता है जो कि होली दहन के दौरान कभी नहीं जलता बल्कि नीचे गिर जाता है। यहां होली भी चकमक पत्थर की रगड़ से अग्नि प्रज्वलित कर होलिका का दहन किया जाता है। सिंहपुरी की होली का दहन अल सुबह मुहूर्त में किया गया।