April 28, 2024

 

– धर्म-शास्त्र में स्पष्ट है जो ग्रहण दिखाई नहीं दे उसका सूतक नहीं लगता

– इसलिए होली पर किए जाने वाले पूजा-पाठ व अन्य आयोजन चलते रहेंगे 

 

दैनिक अवंतिका उज्जैन। 

होली पर इस बार चंद्रग्रहण लगेगा लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा। धर्म-शास्त्र में स्पष्ट है कि जहां ग्रहण दिखाई नहीं दे वहां उसका असर नहीं होता यानी उसका न तो सूतक लगता है और न ही उसका पालन किया जाता है। इसलिए होली पर होने वाले पूजा-पाठ व अन्य धार्मिक आयोजन निरंतर चलते रहेंगे। 

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि इस बार 24 मार्च, रविवार की रात में होलिका दहन होगा और 25 मार्च, सोमवार को होली खेली जाएगी। इस साल होली यानी धुलेंडी पर्व पर सुबह के समय उप छाया चंद्र ग्रहण लग रहा है, हालांकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। विदेशों में  उप छाया चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। इसलिए उज्जैन सहित संपूर्ण भारत वर्ष में इसकी कोई धार्मिक मान्यता नहीं रहेगी। 

जाने कब कहां दिखाई 

देगा उप छाया चंद्र ग्रहण

भारतीय समय के अनुसार 25 मार्च की सुबह करीब 10.30 बजे उपछाया चंद्रग्रहण शुरू होगा और दोपहर 3 बजे यह खत्म हो जाएगा। यह ग्रहण अमेरिका और इसके आसपास के देशों में दिखाई देगा। भारत में कहीं भी उपछाया चंद्रग्रहण नहीं दिखाई देगा। 

दो दिन तक पूर्णिमा, होलिका 

दहन 24 की रात में ही होगा

इस बार फाल्गुन शुक्ल की पूर्णिमा दो दिन तक यानी 24 और 25 मार्च को रहेगी, लेकिन होलिका दहन 24 मार्च की रात में ही किया जाएगा। क्योंकि होलिका दहन पूर्णिमा तिथि पर करने की परंपरा है। और पूर्णिमा 25 मार्च की दोपहर करीब 12 बजे तक ही होने से 24 मार्च की रात में ही होलिका का दहन किया जाएगा।