देश की 22 हज़ार गौशालाओं में गौ उद्यान एवं पर्यटन स्थल बनाये जाएँगे

इंदौर। भारतीय पौराणिक तकनीकी ज्ञान को समर्पित गुरूकुलीय विश्वविद्यालय पंचगव्य विद्दापीठम के वाइस चांसलर डॉ कमल टावरी (रि.आईएएस, नीति आयोग)ने आज जैंस काऊ यूरीन थैरेपी रिसर्च सेंटर का मुआयना किया ।उनके साथ थी इंडो जर्मन इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट की जर्मन से आयी इरमेल मार्ला एवं यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड अमेरिका के डॉ बप्पादित्य मुखर्जी ।उन्होंने वीरेन्द्र कुमार जैन के द्वारा पिछले 25 वर्षों में पंचगव्य पर किये गये कार्यों को जाना और समीक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक गौशाला को गौ उद्यान एवं पर्यटन स्थल बनाना सराहनीय कदम है ।जहां पर प्राकृतिक पंचगव्य चिकित्सा केंद्र जिसमें गोबर गैस प्लांट से निर्मित जैविक भोजन नाश्ता के साथ देशी गाय का दूध, दही,छांछ के साथ बिलौना घी और पंचगव्य से उगाया गया मोटा अनाज तथा हरी सब्ज़ी फल रहेंगे ।गौ उद्यान पर्यटन स्थल पर पंचगव्य स्टोर पर पंचगव्य से बनी दवाओं, कृषि आदान एवं गोमय प्रोडक्ट उपलब्ध रहेंगे ।योगासन, ध्यान हॉल के साथ गौमाता मंदिर होगा।

प्रत्येक गौशाला में विभिन्न उद्योग होंगे जिसमें फिनाइल, फसल रक्षक,कृषि आदान,ईंट निर्माण, गौकाष्ठ निर्माण, बायो गैस संयंत्र, गमले,दीये,मूर्तियों एवं पेण्ट का निर्माण किया जाएगा।पर्यटकों के निवास के लिए गोबर ईंट व गोबर पेंट से बने घर होंगे । देश की 22 हज़ार गौशालाओं को कोआपरेटिव सोसाइटी के माध्यम से गौ उद्यान में विकसित किया जाएगा ताकि गाँवों में रहने वाली गरीब महिलाओं का रोज़गार सृजन होगा ।वे स्वावलंबन के साथ स्वस्थ्य समाज के निर्माण की महत्वपूर्ण भूमिका में होंगी ।अतिथियों का स्वागत वीरेन्द्र कुमार जैन, विवेक जैन ने किया ।आभार विशाल जोशी ने व्यक्त किया।