उज्जैन में मैली हो रही शिप्रा के शुद्धिकरण की शुरुआत होगी अब इंदौर से

 

इंदौरी शहरी क्षेत्र को जोन में बांटकर करेंगे कान्ह व सरस्वती नदियों की सफाई

उज्जैन में शिप्रा नदी के शुद्धिकरण के लिए अब शुरुआत इंदौर से होगी इंदौर की कानपुर सरस्वती नदियों का शुद्धिकरण युद्ध स्तर पर किया जाएगा। गौरतलब है कि कान्ह नदी का गंदा पानी शिप्रा नदी में जाकर मिलता है, जिसके कारण शिप्रा बार-बार मैली हो जाती है। संत तो यहां तक कह चुके हैं कि शिप्रा का पानी अब आचमन लायक भी नहीं रहा। फिलहाल इंदौर से प्रयास शुरू होने जा रहा है, वैसे इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह पहले उज्जैन कलेक्टर रह चुके हैं, इसलिए वे दोनों शहरों और यहां की नदियों की स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं।
इंदौर जिला प्रशासन ने कान्ह और सरस्वती नदियों के शुद्धीकरण की योजना तैयार की है। इस बार शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में एक साथ काम शुरू होगा। शहरी क्षेत्र को सीवरेज के अनुसार जोन में बांटकर काम शुरू किया जाएगा। इसमें बाहरी क्षेत्र में बढ़ने वाले शहर को भी शामिल किया जाएगा। शहरी सीमा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने के अलावा सीवरेज लाइन भी डाली जाएगी।
उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ से पहले शिप्रा को शुद्ध करने की कवायद की जा रही है। इसमें मिलने वाली कान्ह नदी के पानी को भी शुद्ध करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। शुक्रवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने नदी शुद्धीकरण को लेकर बैठक की। कलेक्टर ने बताया कि नदी शुद्धीकरण पर पहले भी काफी काम हो चुका है। इस बार पुख्ता तैयारी के साथ काम किया जाएगा। शासन से विशेषज्ञों की टीम मांगी गई है, ताकि पुख्ता तौर पर काम किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में काम शुरू हो गया है। इंदौर जिले के 42 गांवों का पानी कान्ह में मिलता है। सभी बड़ी ग्राम पंचायतों में एसटीपी बनाए जाएंगे।

निगम सीमा में बनेंगे 11 एसटीपी

शहर का सीवेज सीधे सरस्वती और कान्ह नदी में मिलकर दूषित न करें, इसके लिए नगर निगम अलग-अलग क्षेत्रों में 11 (एसटीपी) स्थापित करेगा। अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन ने बताया कि हमने कार्ययोजना तैयार कर जिला प्रशासन को सौंप दी है। इसमें शहर के चारों ओर एसटीपी स्थापित किए जाने हैं। शहर के बड़ा बांगड़दा, मायाखेड़ी, बिलावली, कुमेड़ी, पालदा, चोइथराम, तरण पुष्कर, देवनगर में 20 से 40 एमएलडी क्षमता के एसटीपी स्थापित किए जाएंगे। कुमेड़ी और पालदा क्षेत्र में दो सीईपीटी स्थापित किए जाएंगे। गारी पिपलिया में बड़ा एसटीपी लगाया जाएगा। इसकी क्षमता 80 एमएलडी होगी।

450 किमी लंबी सीवरेज लाइन भी डलेगी

नगर निगम एसटीपी स्थापित करने के साथ शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 450 किमी लंबी सीवरेज लाइन भी बिछाएगा। यह लाइन नए और पुराने दोनों क्षेत्रों में डाली जाएगी। शहर में कई क्षेत्रों में सीवरेज लाइन इतनी पुरानी हो चुकी है कि यह जगह-जगह फूट चुकी है। इसे बदला जाएगा। अपर आयुक्त जैन ने बताया कि सीवरेज लाइन शहर के नए और पुराने दोनों क्षेत्रों में डाली जाएगी।

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