25 दिसंबर से 5 जनवरी तक महाकाल की ऑनलाइन भस्मारती फुल 

उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल की विश्व प्रसिद्ध भस्मारती की साल के अंत से लेकर नए साल की शुरुआत तक ऑनलाइन अनुमति फुल हो गई है। इसके बावजूद देशभर के श्रद्धालु इन दिनों में उज्जैन आकर बाबा महाकाल की इस दिव्य भस्मारती में शामिल होने के लिए आतुर है। हर कोई भस्मारती करना चाहता है। इसलिए सभी अपने स्तर पर वीवीआईपी से लेकर मंदिर के पंडे-पुजारियों तक के संपर्क में है।

 

मंदिर समिति के सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी ने बताया कि रोज तड़के 4 बजे होने वाली बाबा महाकाल की भस्मारती का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। साल 2023 के अंत व नए साल 2024 के शुुरुआती के खास दिनों में श्रद्धालु भस्मारती में शामिल होने के लिए आतुर है तथा अपने अपने माध्यमों से अनुमति लेने का प्रयास भी कर रहे हैं।  ऑनलाइन भस्मारती की सभी सीटें पहले से ही फुल चल रही है। 25 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी तक तो एक भी सीट खाली नहीं है। अब श्रद्धालुओं के पास ऑफ लाइन अनुमति लेकर ही भस्मारती में शामिल होने का मौका बचा है। हालांकि यह भी इतना आसान नहीं है। क्योंकि मंदिर प्रबंध समिति प्रतिदिन ऑफलाइन काउंटर से सीमित संख्या में ही अनुमति जारी करती है। ऐसे में हर किसी को अनुमति मिलना भी संभव नहीं है। साल के अंत व नए साल के दौरान आ रही छुट्टियों में लोग घूमने के लिए उज्जैन आकर महाकाल दर्शन करने, भस्मारती करने और नया कॉरिडोर देखने का प्लान बना रहे हैं। इसमें दर्शन करने में तो कोई दिक्कत नहीं है। कॉरिडोर भी देख सकते हैं। बस भस्मारती की अनुमति को लेकर ही मशक्कत करना पड़ रही है।