वंदेभारत : पहले था यात्रियों का टोटा, अब इंदौर- उज्जैन के लिए बढ़ रही वेटिंग

नागपुर तक बढ़ाने के बाद बड़ी संख्या में महाकाल पहुंच रहे दर्शनार्थी

इंदौर। इस वर्ष जून माह में इंदौर-भोपाल-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस का जोरशोर से शुभारंभ किया गया था। शुरुआत में ट्रेन इंदौर से भोपाल के बीच शुरू की गई थी। स्वदेश निर्मित सेमी बुलेट ट्रेन आठ कोच के साथ शुरू की गई। इसमें 530 यात्रियों के लिए दो श्रेणी में सीटे रखी गई है।
इंदौर से भोपाल के बीच में चलने वाली वंदेभारत ट्रेन को यात्रियों का हमेशा टोटा रहा। इंदौर से भोपाल के बीच में ट्रेन को रोजाना पर्याप्त यात्री नहीं मिल पा रहे थे, लेकिन विगत माह ट्रेन को नागपुर तक बढ़ाया गया। इसके बाद खाली रहने वाली ट्रेन में कई बार वेटिंग लग चुकी है।
नागपुर से महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रृद्धालुओं को वंदे भारत का सफर रास आ रहा है। छुट्टियों के दौरान सबसे अधिक यात्री उज्जैन के लिए बुकिंग करवा रहे है। आने वाले तीन दिनों में वंदेभारत ट्रेन में इंदौर से सीटे खाली है, जबकि उज्जैन से दोनों श्रेणी में वेटिंग है।
इंदौर-भोपाल-नागपुर वंदे भारत ट्रेन करीब पांच माह से पटिरयों पर दौड रही है। सभी आधुनिक सुविधाओं से लेस वंदेभारत का सफर आम ट्रेनों की अपेक्षा महंगा है, लेकिन इसमें यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध है।
ट्रेन में सवार होने के बाद प्लेन जैसा अहसास होता है। शानदार सेवा और हाईस्पीड के कारण यह ट्रेन यात्रियों को रास आ रही है। इस ट्रेन में सर्वाधिक यात्रियों की संख्या इंदौर से होती है।
परंतु वंदे भारत को महाराष्ट के नागपुर तक बढ़ाने के बाद उज्जैन आने वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा बढ़ गई है।अब नागपुर से बड़ी संख्या में लोग उज्जैन वंदेभारत से दर्शन के लिए पहुंच रहे है।हालाकि वंदे भारत में सफर करने वालों की सर्वाधिक संख्या इंदौर से ही है।

प्रधानमंत्री ने भोपाल से किया था शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने 27 जुन को भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से पांच वंदे भारत ट्रेन का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया था। इसमें तीन ट्रेनों को वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था। जबकि इंदौर-भोपाल और जबलपुर-भोपाल ट्रेन को रानी कमलापति स्टेशन से रवाना किया गया।इस ट्रेन को विगत माह 9 अक्टूबर से महाराष्ट्र के नागपुर तक बढ़ाया गया था। इसका इंदौर से नागपुर तक नया शेड्यूल जारी किया गया था।

इंदाैर में हो रहा रखरखाव

इंदौर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन का रखरखाव इंदाैर यार्ड में किया जा रहा है। इसके लिए एक नंबर पिट लाइन में इलेक्ट्रिक लाइन डाली गई है। साथ ही इंदौर के कर्मचारियों को पश्चिम रेलवे ने मुंबई में वंदे भारत के रखरखाव से संबंधित ट्रेन भी मुहैया कराई गई है।ट्रेन रात को पौने बारह बजे इंदौर पहुंचती है। इसके बाद सुबह छह बजे रवाना हो जाती है।इसलिए रखरखाव रात में छह घंटे में किया जाता है। रविवार को पूरी ट्रेन की जांच की जाती है।

अमीरों को रास आ रही ट्रेन

इस ट्रेन का सामान्य ट्रेनों की अपेक्षा किराया अधिक है।इसके बाद भी इंदाैर और नागपुर के अमीरों को विमान जैसा अनुभव देने वाली वंदे भारत ट्रेन पसंद आ रही है। दीपावली के पहले भी इस ट्रेन में दाेनों तरफ से वेटिंग थी। इंदौर और नागपुर जाने वाले यात्रियों में नौकरी पैसा और उद्योग जगत के लोगों की संख्या अधिक है। इसलिए यह ट्रेन उनकी पहली पसंद बन चुकी है।

आने वाले पांच दिन वंदे भारत की स्थिति

वंदे भारत ट्रेन में अगले पांच दिनों में से तीन दिन ट्रेन में वेटिंग है।इसकी एसी चेयर कार श्रेणी में 478 और एक्जीक्युटिव कार श्रेणी में 52 सीटे है।आईआरसीटीसी की साइंट पर इंदौर से उज्जेन के बीच ट्रेन में सीटे खाली है।लेकिन उज्जैन से नागपुर के लिए दोनों श्रेणी में तीन दिन वेटिंग है।