शाजापुर: सावन में रूठे बदरा, भादौ में जमकर बरसे….. 24 घंटेे में हुई 5.50 इंच से अधिक वर्षा, चीलर बांध का भी बढ़ा जल स्तर

शाजापुर। 16 सितंबर. सावन में रूठे बदरा का दिल भादौ में पसीजा और जमकर बरसे. मानसून ने सावन की कमी को भादौ में पूरा कर दिया. शुक्रवार रात से शुरू हुआ बारिश का दौर शनिवार को भी दिनभर कभी तेज तो भी मूसलाधार बारिश के रूप में जारी रहा. मौसम विभाग की माने तो 24 घंटे में 5.50 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई. वहीं आगामी 48 घंटे और इसी तरह की बारिश जारी रहने की संभावना है।

शहर में बीती रात भारी बारिश हुई, जिससे जिले के ग्रामीण अंचलों में नदी-नाले उफान पर आ गए. शनिवार को जिलेभर में कभी तेज तो कभी कम बारिश का दौर जारी रहा. लगातार बारिश से जहां शहर दो भागों में बंट गया. तो शहर के एकमात्र प्रमुख जलस्त्रोत चीलर बांध का जलस्तर भी 16 फीट से अधिक पहुंच गया. जिससे वर्ष भर पीने के पानी की चिंता दूर हो गई. तो फसलों को भी नया जीवन दान मिला है, जिससे उनकी भी चिंता दूर हो गई. हालांकि शाम को जरूर कुछ देर के लिए बारिश थमी. लेकिन रिमझिम बारिश से मौसम में ठंडक बनी रही. मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि शनिवार रात या अलसुबह तेज बारिश की संभावना है।

पिछले 24 घंटों में 59.2 मिमी औसत वर्षा

शाजापुर जिले में गत दिवस से आज तक कुल 59.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में गत दिवस से आज तक सर्वाधिक वर्षा तहसील गुलाना में 95 मिमी हुई है. इसी तरह कालापीपल में 90 मिमी, शुजालपुर में 51 मिमी, शाजापुर में 48 मिमी एवं मो. बड़ोदिया में 12 मिमी वर्षा दर्ज हुई है. इस प्रकार 1 जून 2023 से अब तक शाजापुर में 690 मि.मी., मोण्बड़ोदिया में 711 मि.मी., शुजालपुर में 668 मि.मी., कालापीपल में 716 मि.मी. एवं गुलाना में 533 मि.मी. इस प्रकार कुल 663.6 मि.मी. औसत वर्षा हुई है. जबकि जिले की सामान्य वर्षा 990.1 मि.मी. है।

48 घंटे भारी बारिश का अलर्ट जारी

मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि शुक्रवार देर रात से अब तक शाजापुर जिले में 5 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई है. आज रिमझिम बारिश का दौर जारी रहेगा. इसके अलावा 48 घंटे के लिए बारिश का सिलसिला आगे भी ऐसा ही जारी रहेगा. यदि ऐसा होता है तो चीलर बांध के पूरा भरने और आगामी फसलों के लिए भी पानी की चिंता समाप्त हो सकती है।

फिर पलटकर आएगा मानसून

मौसम विशेषज्ञ श्री धनोतिया ने बताया कि 18 के बाद बारिश का दौर थम जाएगा. लेकिन इसके बाद मानसून फिर पलटकर आएगा. जिससे संभावना है कि जुलाई अगस्त में हुई बारिश की कमी आगामी दिनों में पूरी होगी. जिससे जिले के जलस्त्रोत भी लबालब होंगे और किसानों को भी आगामी फसलों के लिए पानी की चिंता से मुक्ति मिलेगी।

क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते कुंडालिया डेम के तीन गेट खोले गए

नलखेड़ा, क्षेत्र लगातार बारिश की खेंच के बाद भादौ महा में एक फिर जोरदार बारिश का दौर शुरू हुआ. जिससे लोगों को उमस से तो राहत मिली है, साथ ही फसलों में भी जान आ गई है. शुक्रवार रात्रि से नलखेड़ा क्षेत्र में रिमझिम का दौर चला तो कभी झमाझम वर्षा होती रही है. जिससे सडक़ें तरबतर हो गई. बारिश होने से किसानों के चेहरे भी खिले हुए हैं. इधर बारिश से अब जलस्रोतों में आवक का दौर भी शुरू हो गया है. शुक्रवार शाम से लगातार हो रही बारिश से कुंडालिया डेम में भी जलस्तर बड़ा है. वही सात बजे से झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ जो धीरे-धीरे तेज हो गई. शुक्रवार रात्रि में हुई बारिश से लगातार कुंडालिया डेम का जलस्तर बढऩे से शनिवार को कुंडालिया डेम के तीन गेट खोले गए. जलस्तर बढऩे से कुंडालिया डेम में पानी का स्तर बढ़ रहा था. इसे देखते हुए डेम के तीन गेट खोलना पड़े. शाम चार बजे गेट खोल कर तीन क्यूबेक पानी छोड़ा गया. तेज बारिश के कारण डेम का वाटर लेवल 396 मीटर से 398.10 मीटर तक पहुंच गया था. गेट खोलने से पहले ग्रामीण इलाकों व निचले इलाकों में प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है. गेट को खोलने पर कालीसिंध नदी में पानी का बहाव रहा. वही क्षेत्र तेज बारिश के कारण लखुंदर नदी का भी जलस्तर बड़ा है मां बगलामुखी मंदिर के पीछे बने घाट भी जलमग्न हो गए. वहीं शनिवार और रविवार को भी अच्छी बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. उम्मीद है कि इससे बारिश की कमी काफी हद तक पूरी हो सकेगी. इस बारिश से खेतों में खड़ी फसलों को नया जीवनदान मिला है. वहीं जलाशयों, बांधों और जमीन में बैठने वाले पानी के लिहाज से ये बारिश काफी फायदेमंद बताई जा रही है।

नालियों ने खोली नगर परिषद की स्वच्छता की पोल

क्षेत्र में लगातार हो रही तेज वर्षा से नगर में नालियों का पानी गली-मोहल्लों की सडक़ों पर आ गया, जिसने नगर परिषद के स्वच्छता अभियान की पोल खोल कर रख दी.साथ ही क्षेत्र के कई खेतों में भी पानी भर गया.भारी बारिश के चलते नगर व तहसील क्षेत्र के हालातों को दृष्टिगत रखते हुएना तहसीलदार पारस वैश्य, सीएमओ देवेंद्र वस्य आदि प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी अलर्ट रहे तथा इलाकों का भ्रमण करते रहे, ताकि नागरिकों को असुविधाओं समस्याओं से राहत मिल सके।

क्षेत्र के नदी-नाले आए उफान पर

भादौ माह में हुई जोरदार बारिश से जहां शहरवासियों को गर्मी से राहत मिली. वहीं लगातार बारिश के चलते शाजापुर जिले के नदी-नाले भी उफान पर आ गए. शाजापुर से करेड़ी जाने वाले मार्ग स्थित भदौनी में लखुदंर नदी की पुलिया के ऊपर से भी करीब दो फीट तक पानी बह रहा था, जिसके चलते इस मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया. सुरक्षा की दृष्टिगत रखते हुए जहां पर भी नदी नाले पुर आए हैं वहां पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि कोई हादसों का शिकार न हो।

कानड़ क्षेत्र में भी बारिश के कई मार्ग हुए बंद

कानड़, नगर सहित अंचल में शुक्रवार को सुबह तेज बारिश हुई. वही रात्रि 8 बजे से तेज बारिश शुरु हुई जो शनिवार सुबह 6 बजे तक होती रही. तेज बारिश के कारण कई नदी नाले उफान पर आ गए और ग्रामीण क्षेत्रों का नगर से संपर्क टूट गया. कानड़ के गोगली नाला, टंकी नाला और मुक्तिधाम के पीछे स्थित नाला भी उफान पर आ गया था. समीपस्थ ग्राम गाजरिया के यहां टिल्लर नदी उफान पर होने से रपटे पर पानी आ गया. जिसके कारण कानड़ -दुपाड़ा शाजापुर मार्ग देर रात्रि 3 बजे से बंद हो गया. नलखेड़ा मार्ग भी बंद रहा. वही भारी बारिश होने से टिल्लर डेम भी भर गया और झलकन शुरू हो गई।