उज्जैन में शिप्रा का जल स्तर चेतावनी के स्तर से उपर -केंद्रीय जल आयोग ने उज्जैन प्रशासन को एडवायजरी जारी की

उज्जैन। केंद्रीय जल आयोग ने शनिवार को उज्जैन जिला प्रशासन को एडवाजरी जारी करते हुए आवश्यक प्रबंध करने के लिए कहा है।एडवायजरी में बताया गया है कि उज्जैन में शिप्रा का जलस्तर चेतावनी के स्तर से उपर आ गया है।अगले कुछ घंटों में इसके बढते रहने की संभावना है।आयोग की रिपोर्ट सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने शिप्रा किनारे की निचली बसि्तयों को खाली कर उनमें रहने वाले लोगों को केंप में पहुंचाया है।

जयपुर सि्थत भारत सरकार के केंद्रीय जल आयोग के चंबल मंडल से शनिवार को सुबह 8 बजे जारी बाढ एडवायजरी में बताया गया है कि उज्जैन में शिप्रा नदी का चेतावनी स्तर 476 मीटर है।इसके खतरे का स्तर 477 मीटर है।उच्चतम बाढ स्तर 483.810 मीटर है।उज्जैन स्थल पर शिप्रा नदी का शनिवार को सुबह 8 बजे जल स्तर आयोग की एडवायजरी के मुताबिक 476.500 मीटर हो गया है जो कि चेतावनी स्तर को पर कर चुका है।एडवायजरी जारीकर्ता मंडलीय अधिकारी चंबल मंडल ने इसमें कहा है कि वर्तमान संकेतों के अनुसार जल स्तर के आगामी कुछ घंटों के लिए बढते रहने की संभावना है।आयोग ने अपनी एडवायजरी से उज्जैन कलेक्टर एवं बाढ नियंत्रण कक्ष जल संसाधन  विभाग मध्यप्रदेश के साथ ही प्रमुख सचिव आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा को भी अवगत करवाया है।

एडीएम अनुकुल जैन के अनुसार शनिवार सुबह से क्षेत्र में रूक रूक कर हल्की बारिश हो रही है। शिप्रा में दोपहर से जलस्तर सि्थर हो गया था। शुक्रवार रात की तेज बारिश से आसपास के नालों में बहाव तेज हो गया था। इससे शहर की कुछ निचली बसि्तयों के साथ ही जिले के कुछ क्षेत्रों में निचले स्थानों पर पानी भरने की बराबर सूचना आने पर एसडीआरएफ की टीमें रवाना की गई हैं।शहर के नीलगंगा थाना क्षेत्र के एकता नगर ,शांतिनगर एवं आसपास की आधा दर्जन बसि्तयों में पानी भरने की सूचना पर एसडीआरएफ की टीम पहुंची थी।अपरांहन् में यहां के प्रभावित 40 से अधिक मकानों से उनके निवासियों को निकालकर पास के प्रजापत धर्मशाला और माडल स्कूल केंप में पहुंचाया गया है। इसके साथ ही गणगौर दरवाजा,बंबई वाले की धर्मशाला एक दर्जन से अधिक मकानों के रहवासियों को प्रशासन ने मोड की धर्मशाला सि्थत केंप में पहुंचाया है।नागदा एवं खाचरौद के कुछ क्षेत्रों में पानी भरने की सूचना पर एसडीआरफ की टीम वहां पहुंची है।