पूरे मध्य प्रदेश में चल रहा झमाझम बारिश का दौर, किसानों के चेहरे खिले

इंदौर में मूसलाधार, भोपाल- उज्जैन में भी तेज वर्षा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर में पानी गिरने का रेड अलर्ट

भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। भोपाल में गुरुवार सुबह से फुहार तो कभी तेज बारिश गिर रही है, रात में भी रुक-रुक कर बारिश होती रही। बुधवार को इंदौर, जबलपुर समेत प्रदेश के 16 जिलों में बारिश हुई। । इंदौर में गुरुवार दोपहर से जारी हुई बारिश शुक्रवार शाम को थमी। इस बीच मूसलाधार बारिश भी हुई। उज्जैन में भी तेज बारिश का अलर्ट है। यहां भी कभी मध्यम तो कभी रिमझिम बारिश होती रही। इंदौर- उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी झमाझम बारिश हुई है। इससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं।

मंत्री सिलावट ने अधिकारियों को खेतों में जाकर स्थिति देखने के दिए निर्देश

इंदौर में मंत्री तुलसी सिलावट ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह खेतों में जाकर देखें कि क्या स्थिति है। उन्होंने कहा है कि किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
टीकमगढ़ में धसान नदी पर बने बान सुजारा बांध के दो गेट आधा मीटर तक खोलना पड़े। आज भी ऐसा ही मौसम रहेगा। मौसम विभाग ने खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि प्रदेश में अभी दो मानसून सिस्टम एक्टिव हैं। अगले 24 कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। 10 से 12 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी से एक और सिस्टम एक्टिव होगा। इससे पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। प्रदेश में 18 से 20 सितंबर तक बारिश की सक्रियता रहेगी।
भोपाल , इंदौर, उज्जैन में पिछले तीन दिन से बारिश हो रही है। गुरुवार सुबह से रिमझिम तो कभी तेज पानी गिर रहा है। राजधानी में कई जगह सड़कों पर पानी भर गया।

मप्र में बारिश का दौर, फिर भी अभी 17 प्रतिशत कम

मध्यप्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू हो गया है, लेकिन सामान्य बारिश का आंकड़ा अभी भी 17 प्रतिशत कम है। हालांकि, दो दिन में आंकड़े में सुधार हुआ है। प्रदेश में औसत 27.39 इंच बारिश हुई है, जबकि 33.09 इंच बारिश होनी थी। पूर्वी हिस्से में औसत से 12% और पश्चिमी हिस्से में औसत से 22% कम हुई है।

प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में हुई है। यहां अब तक हुई बारिश का आंकड़ा 42.38 इंच बारिश हो चुकी है। यहां कोटे से ज्यादा बारिश हो सकती है।
सिवनी में 38 इंच, मंडला-जबलपुर में 36, डिंडोरी में 36 से ज्यादा बारिश हो चुकी है।
इंदौर, अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, पन्ना, सागर, शहडोल, उमरिया, रायसेन और नर्मदापुरम में 28 इंच या इससे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
दमोह, कटनी, निवाड़ी, बैतूल, भिंड, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में आंकड़ा 24 इंच से अधिक है।

इन जिलों में कम बारिश

खरगोन, मंदसौर, बड़वानी, ग्वालियर में सबसे कम कम बारिश हुई है। यहां आंकड़ा 20 इंच से कम है।