महाकाल से पहले अव्यवस्थाओं के दर्शन…

 

जिम्मेदारों का ध्यान नहीं, श्रद्धालु होते हैं परेशान..

यह है भगवान महाकाल का मार्ग….

दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की जद्दोजहद…

चारों और बैरिकेट्स से अव्यवस्थाओं का अंबार..

उज्जैन। महाकाल क्षेत्र में चारों तरफ अव्यवस्थाओं का अंबार है। ऐसी स्थिति में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की परेशानी और बढ़ जाती है मंदिर तक पहुंचने के लिए उन्हें बहुत मशक्कत करना पड़ती है। सड़कों के किनारे सामान, बेतरतीब पार्किंग और इन सब के बीच मार्ग पर इधर उधर पड़े बैरिकेट्स की वजह से श्रद्धालु रास्ता भटक जाते हैं। शनिवार रविवार श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ देखी गई। मंदिर मार्ग पर फैली अव्यवस्थाओं का सामना कर श्रद्धालु दर्शन के लिए आगे बढ़ रहे थे। मंदिर मार्ग पर पूरे दिन जाम लग रहा। दोनों तरफ ई रिक्शा, ऑटो, मेजिक सहित अन्य वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। लोग कहीं देर तक जाम में फंसे रहे।

 

महाकाल मंदिर परिसर के बाहर की व्यवस्थाएं सुधरने का नाम ही नहीं लेती है। मंदिर प्रबंध समिति कार्रवाई का अधिकार पुलिस के हाथों में होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेती है और पुलिस यदाकदा अभियान चलाकर भूल जाती और स्थिति जस की तस बनी रहती है। दुकानों से अधिक सामान तो सड़कों के किनारे ही पड़ा रहता है।
पूरे सवारी मार्ग पर बैरिकेट्स लगाए गए हैं। लेकिन इनका उपयोग होने के बाद यह मार्ग पर लापरवाही पूर्वक पड़े रहते हैं।लापरवाही की हद ही कहा जाएगा कि मंदिर मुख्य द्वार के बैरिकेड्स का उपयोग सड़क किनारे बैठकर व्यवसाय करने वाले अपने सामान को टांगने में करते हैं।

रास्ते में पड़े हैं बैरिकेट्स

महाकाल मंदिर के बाहर अधिकांश दुकानें हार, फुल, प्रसाद और खानपान की है। हालात यह कि इन दुकानों के भीतर के स्थान से अधिक सामान सड़क के किनारे रखकर बेचा जाता है। बिजली के पोल और बेरिकेड्स की आड़ में सामान रखा जा रहा है। और रास्ते में ही बैरिकेट्स पड़े हुए हैं।