केंद्रीय गृहमंत्री के इंदौर दौरे में एक और यात्रा- मालवा-निमाड़ के ब्राह्मणों को साधने जानापाव भी जाएंगे अमित शाह

 

विजयवर्गीय बोले -पिछला चुनाव ओवरकॉन्फिडेंस में हारे, मालवा-निमाड़ जिताना मेरी जिम्मेदारी

इंदौर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा का चुनावी इंदौर सहित मालवा-निमाड़ से होने जा रहा है। 30 जुलाई को गृहमंत्री अमित शाह प्रदेश की पहली चुनावी सभा लेंगे। बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन विधानसभा क्रमांक दो में कनकेश्वरी गरबा मैदान में होगा। शाह उसी दिन सभा के पहले भगवान परशुमराजी की जन्मस्थली जानापाव जाएंगे। मानपुर के पास पहाड़ी पर स्थित जानापाव ब्राह्मणों का तीर्थस्थल है। इससे साफ है कि ब्राह्मण वोटर्स पर पार्टी की नजर है। पिछली बार एक बयान “कोई माई का लाल..” के बाद ब्राह्मणों और सवर्णों की नाराजगी झेलना पड़ी थी।
प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के अनुसार 30 जुलाई को पहले गृह मंत्री शाह जानापाव दर्शन करेंगे। इसके बाद इंदौर पहुंचकर कनकेश्वरी मैदान में सभा लेंगे। रात में इंदौर संभाग के पदाधिकारियों की मीटिंग अलग से होगी।
समझा जाता है कि इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए 100 वरिष्ठ नेताओं का चयन किया गया है।

विजयवर्गीय बोले- मालवा-निमाड़ जिताना मेरी जिम्मेदारी

चुनाव अभियान के आगाज को मालवा-निमाड़ से कराने के पीछे भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की रणनीति हैं। कार्यक्रम की घोषणा होते ही उन्होंने तुरंत बैठकें लेना शुरू कर दी हैं। विजयवर्गीय कह भी रहे हैं कि मालवा-निमाड़ को जिताना मेरी जिम्मेदारी है क्योंकि मैं यहीं से आता हूं। उन्होंने दावा किया कि यदि आज चुनाव हो जाएं तो भाजपा 150 सीटें ले आएंगी। दिन और बीतने दीजिए यह आंकड़ा 160 तक पहुंचेगा, यह मेरा सर्वे कहता है।
उन्होंने तैयारियों को लेकर हुई बैठक के बाद कहा कि पिछली बार हम ओवरकॉन्फिडेंस के कारण चुनाव हारे थे। इस बार ऐसी कोई गलती की संभावना है ही नहीं। हम जमीन पर काम कर रहे हैं।

स्वागत-सत्कार लिमिटेड रहेगा

सूत्रों के अनुसार भाजपा ने अमित शाह के स्वागत, सत्कार को लिमिटेड रखने का फैसला किया है। ऐसे में सामान्य और औपचारिक रूप से ही स्वागत होगा। इसके पीछे बताया गया है कि शाह खुद ही नहीं चाहते कि स्वागत सत्कार में ज्यादा तामझाम रहे। भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि आलाकमान ने इस कार्यक्रम के लिए 1 लाख से ज्यादा लोगों को एकत्रित करने का टारगेट तय किया है।

कमलनाथ-दिग्विजय- बेचारे, 75 साल के दो आदमी

कैलाश विजयवर्गीय इस बार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह और कमलनाथ को उम्रदराज बताने के लिए पूरी तरह अड़ गए हैं। एक बार फिर उन्होंने कहा कि कांग्रेस है किधर, कौन कहता है कि उनकी सरकार आ रही है। बेचारे 75 साल के दो आदमी कांग्रेस का झंडा लिए घूम रहे हैं और उनके सामने भाजपा के युवाओं की पूरी फौज खड़ी है।