बेटे के दोस्त ने गहने-नकदी पर किया हाथ साफ, पुलिस ने किया गिरफ्तार

 

इंदौर। यहां मीट सप्लायर व्यापारी के यहां 6 दिन पहले हुई चोरी में व्यापारी के बेटे के दोस्त को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने चोरी किए गए सोने के आभूषण और रुपए अपने घर के सेप्टिक टैंक में छिपाकर रखे थे।
पुलिस ने शक होने पर उसे थाने बुलाया तो वह मासूम बना रहा। लेकिन जब रेकी की गई तो उसकी चोरी पकड़ी गई। पूछताछ में उसने वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने उससे चोरी किया गया माल भी जब्त कर लिया है।
एडिशनल डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा के मुताबिक, नया पीठा में रहने वाले मीट सप्लायर सरफुद्दीन कुरैशी के यहां 8 जुलाई की दोपहर चोरी हो गई। घर की अलमारी में रखे करीब 5 लाख रुपए कीमत के सोने के गहने और 3 लाख 10 हजार नगद गायब हो गए। घर की महिलाओं ने अलमारी का लॉक खुला देखा तो परिवार के बाकी सदस्यों को सूचना दी। घर में सदस्यों की मौजूदगी के दौरान हुई चोरी में परिवार में आने-जाने वालों पर शक हुआ। सरफुद्दीन ने पंढरीनाथ थाने में शिकायत की।

बेटी की शादी के लिए इकट्ठा किए थे जेवर और पैसे

सरफुद्दीन ने पुलिस को बताया कि तीन माह बाद उसकी बेटी की शादी है। परिवार वाले तैयारियों में जुटे हैं। व्यापार के सिलसिले में मिले पैसों के साथ ही शादी के लिए इकट्‌ठा की गई रकम भी घर पर रखी हुई थी।
पंढरीनाथ थाने के टीआई राजकुमार कोरी ने मामले की जानकारी वरिष्ठ अफसरों को दी। एडिशनल डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा थाने पहुंचे। सरफुद्दीन से घर में आने-जाने वाले कर्मचारी और परिवार के लोगों की जानकारी मांगी गई। बातचीत में निकलकर सामने आया कि वारदात के दिन सरफुद्दीन के बेटे से मिलने उसका दोस्त जिबरान उर्फ इरफान पुत्र अब्दुल रज्जाक निवासी छत्रीबाग भी आया था। वह कुछ देर में ही वापस चला गया था।
सरफुद्दीन के परिवार वालों के शक जताने पर पुलिस ने जिबरान को पूछताछ के लिए बुलाया। उसने चोरी में हाथ होने से साफ इनकार किया। अपने घर की तलाशी लिए जाने की बात भी कहने लगा। पुलिसकर्मी उसके यहां पहुंचे लेकिन खाली हाथ वापस आ गए।

सख्ती से पूछताछ की तो कबूल की चोरी

जिबरान की बातों पर पुलिस को भरोसा नहीं था। उस पर नजर रखी गई तो पता चल गया कि चोरी उसने ही की है। पुलिस से बचने के लिए माल सफाई से छुपा दिया है। मुखबिर से इसकी पुष्टि होते ही पुलिस ने उसे गुरुवार को फिर थाने बुलाया। इस बार सख्ती से पूछताछ की गई। वह टूट गया और चोरी करने की बात कबूल ली।
जिबरान ने बताया कि उसे पता था कि सरफुद्दीन के घर हर दिन लाखों का हिसाब-किताब होता है। उसे यह भी पता था कि रुपए और गहने कहां रखे हैं। मौका पाते ही उसने पूरा माल निकाल लिया। चोरी के बाद वह सामान्य तरीके से सरफुद्दीन के परिवार से मिलता-जुलता रहा।
उसने बताया कि चोरी की रकम और गहने घर के सेप्टिक टैंक में प्लास्टिक की थैली में छुपाकर रख दिए थे। मामला ठंडा होने पर इसे निकालकर बेचने का उसका मंसूबा था। वारदात का खुलासा होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।