April 25, 2024

हत्या के आरोपी विशाल प्रजापति ने पुलिस के बीच रहकर ही सीखे थे बचने के गुर

इंदौर। तीन साल पहले हुए हत्याकांड के खुलासे में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। मुख्य आरोपी कभी महिला थाने में प्राइवेट ड्राइवर का काम कर चुका है। यहां से नौकरी छोड़ने के बाद वह अवैध शराब के काम से जुड़ गया और पुलिस व क्राइम ब्रांच के सिपाहियों के लिए मुखबिरी भी करने लगा। एक अग्नि से ड्राइवर ने प्रदेश के मंत्री तक पहुंच बना ली थी। भाई जन्मदिन की बधाई भी देने उन तक पहुंचा था।
महिला थाने में काम करने और लगातार क्राइम ब्रांच व पुलिस के संपर्क में रहने से उसे पुलिस से बचने के रास्ते पता थे। इसके चलते वह एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को छुपाने और हत्याकांड में गिरफ्तारी से बचने में कामयाब रहा। फिलहाल आरोपी को पकड़ने के लिए टीम बाहर भेजी गई हैं। आरोपी के पत्नी और बच्चे भी अभी घर से गायब हैं।
परदेशीपुरा के कुलकर्णी भट्‌टे में हुए अर्चना डाबर के अंधे कत्ल के मामले में पुलिस को विशाल प्रजापति निवासी कुलकर्णी भट्‌टे की तलाश है। विशाल का पुलिसकर्मियों के बीच ही उठना-बैठना था। वह पुलिस के लिए मुखबिरी का काम करता था। अवैध शराब के कारोबार से जुड़े होने के चलते कई पुलिसकर्मियों का विशाल के पास आना-जाना लगा रहता था।

महिला थाने पर था निजी ड्राइवर

विशाल 2014-15 में महिला थाने की गाड़ी चलाता था। उसे यहां बतौर निजी ड्राइवर रखा गया था। इस दौरान वह यहां मौजूद महिला अफसर को भी लाने-ले जाने का काम करता था। विशाल के अवैध गतिविधियों में लिप्त होने की जानकारी मिलने के बाद उसे थाने से हटा दिया गया था। जिसके बाद वह अवैध शराब के कारोबार से जुड़ गया। वह हीरानगर, परदेशीपुरा और एमआईजी थाने के पुलिसकर्मियों और क्राइम ब्रांच के सिपाहियों के लिए मुखबिरी का काम भी करता था।

हत्याकांड के बाद अवैध शराब में हुआ था बंद

विशाल प्रजापति पहले कुलकर्णी भट्‌टे में रहता था। इसके बाद वह हीरानगर इलाके में रहने चला गया था। यहां से वह बाणगंगा में रहकर अवैध शराब बेचने का काम कर रहा था। विशाल को हीरानगर पुलिस ने तीन साल पहले अवैध शराब के मामले में आरोपी बनाया था। इसके बाद वह फरार हो गया था। बाद में उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उसे छह माह बाद जमानत मिली थी।

फिरौती कांड में भी आया था नाम

लसूड़िया में एक चर्चित अपहरण और फिरौती कांड में भी विशाल का नाम सामने आया था। इस मामले में वह तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे तुलसी सिलावट के समर्थक के जरिए थाने में पेश हुआ था। फोटो में सबसे आगे नीले शर्ट में आरोपी विशाल नजर आ रहा है, जो मंत्री सिलावट के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने पहुंचा था।